
मुंबई। केंद्र सरकार द्वारा मराठी भाषा को अभिजात भाषा का दर्जा दिए जाने के बाद महाराष्ट्र की सियासत में भाषा और सांस्कृतिक पहचान का मुद्दा एक बार फिर केंद्र में आ गया है। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और विधायक नाना पटोले ने महाराष्ट्र आने वाली सभी फ्लाइट्स में मराठी भाषा में अनाउंसमेंट अनिवार्य करने की मांग की है। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में नाना पटोले ने कहा कि मराठी महाराष्ट्र की आधिकारिक भाषा है और राज्य के नागरिकों के दैनिक जीवन में इसका व्यापक उपयोग होता है। ऐसे में महाराष्ट्र आने वाली उड़ानों में मराठी भाषा में घोषणाएं होना स्वाभाविक और जरूरी है। उन्होंने कहा कि अभी विमानों में हिंदी और अंग्रेजी में अनाउंसमेंट की व्यवस्था है, लेकिन मराठी को शामिल करना राज्य की भाषाई अस्मिता का सम्मान होगा। पटोले ने पत्र में उल्लेख किया कि मुंबई, नागपुर, पुणे, छत्रपति संभाजीनगर, नासिक, कोल्हापुर सहित महाराष्ट्र के सभी प्रमुख शहरों में उतरने वाली फ्लाइट्स में मराठी में अनाउंसमेंट किए जाने चाहिए। इससे न केवल मराठी भाषा के संरक्षण और प्रसार को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि राज्य में आने वाले यात्रियों को महाराष्ट्र की संस्कृति और भाषा से परिचित होने का अवसर भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि मराठी भाषा को अभिजात दर्जा दिया जाना एक ऐतिहासिक फैसला है, जो इसकी समृद्ध साहित्यिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को मान्यता देता है। ऐसे में इस फैसले को व्यवहारिक रूप देने के लिए केंद्र सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए। नाना पटोले की इस मांग को मराठी अस्मिता और भाषाई अधिकारों से जोड़कर देखा जा रहा है, जिससे आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर राजनीतिक बहस और तेज होने की संभावना है।




