
मुंबई। विपक्षी महाविकास आघाडी (एमवीए) ने यहां महाराष्ट्र विधानसभा सत्र से पहले पारंपरिक चाय पार्टी का रविवार को बहिष्कार किया और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार पर आरक्षण को लेकर सामाजिक तनाव पैदा करने एवं मराठा समुदाय को गुमराह करने का आरोप लगाया। विधानमंडल का हफ्ते भर चलने वाला बजट सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है, जिस दौरान लेखानुदान पेश किया जाएगा। राज्य में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। एमवीए में कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद चंद पवार गुट) शामिल हैं, जबकि सत्तारूढ़ गठबंधन में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाला राकांपा समूह है। मुख्यमंत्री शिंदे ने चाय पार्टी की मेजबानी की थी। एमवीए नेताओं की बैठक के बाद विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार किसानों की आत्महत्या रोकने में नाकाम रही है। कांग्रेस नेता ने सरकार पर राजनीति के अपराधीकरण को बढ़ावा देने और आरक्षण पर सामाजिक तनाव पैदा करने तथा अपने ‘स्वार्थी राजनीतिक हितों’ के लिए मराठा समुदाय को गुमराह करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा हम चाय पार्टी में शामिल होकर सरकार के पापों का हिस्सा नहीं बनना चाहते।