मुंबई। अपराधी कितना भी शातिर क्यू न हो लेकिन गुनाह के निशाना छुपाने से नहीं छुपता। 28 साल के शिवबाबू निषाद के साथ कुछ ऐसा ही हुआ है। पूरे सात साल बाद उसे उत्तर प्रदेश के चित्रकूट से गिरफ्तार किया गया है। निषाद की गिरफ़्तारी उसके दाहिने हाथ पर बने टैटू और 2013 की पुरानी तस्वीर की मदद से हुई है। उसे पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है। दरअसल, आरोपी शिवबाबू ने 2016 में मुंबई में एक व्यक्ति के साथ लूटपाट की थी। इसके बाद उसने अपने साथियों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी और उसके शव को बोरे में लपेटकर नालासोपारा में फेंक दिया था। शिवबाबू निषाद पर आरोप था कि उसने एक 21 साल के शख्स सुभाषचंद्र का सामान चुराकर उसका गला दबा दिया था और फिर उसकी बॉडी को बोरे में लपेटकर नालासोपारा में फेंक दिया था। दरअसल, हत्या की ये घटना साल 2016 में 17-18 मार्च को हुई थी। इस हत्या में निषाद अकेला नहीं था। उसके साथ उसके साथी भी थे। पुलिस ने उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया है।
20 साल की उम्र में की थी हत्या
निषाद के जिन साथियों को गिरफ्तार किया गया है। उनके नाम रवि दांगुर, अभिजीत मिश्रा है। इसके अलावा एक लड़के का नाम शामिल है, जो हत्या के समय नाबालिग था। फिलहाल वो बेल पर बाहर है। आरोपी निषाद ने जिस समय इस घटना को अंजाम दिया था, उस समय उसकी उम्र केवल 20 साल थी। उस समय ‘शिव भैय्या’ नाम से उसकी पहचान हुई थी। तुलिन्ज पुलिस ठाणे में केस दर्ज हुआ था। हालांकि, उस समय वो बच गया था क्योंकि पुलिस को उसके ठिकाने का पता नहीं लग पाया था।
टैटू से पकड़ में आया आरोपी
पेंडिंग केस की छानबीन करने के दौरान वसई क्राइम ब्रांच को पता चला कि आरोपी यूपी में है। इसके बाद पुलिस ने उसका पीछा किया। इस दौरान पुलिस ने उसका सात साल पुराना फोटो निकाला और उसकी तलाशी शुरू की। मामले की जानकारी देते हुए सीनियर इन्स्पेक्टर साहूराज रणवरे ने बताया कि पुलिस के पास जो पुरानी तस्वीर थी, उसमें ये साफ दिख रहा था कि निषाद के दाहिने हाथ पर उसके नाम का टैटू था और हाथ पर सितारे बने हुए थे।
आरोपी ने कुबूल किया जुर्म
जांच के दौरान पता चला कि निषाद अपने हाथ से टैटू को हटा दिया था लेकिन हाथ पर जो सितारे बने थे वो अब भी मौजूद थे। इन्हीं तीन सितारों ने निषाद की पहचाव करा दी और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान उसने अपना जुर्म कुबूल कर लिया और बताया कि उसने ये कत्ल 2016 में किया था।