
मुंबई। मुंबई पुलिस को ड्रग्स के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है। आरसीएफ पुलिस ने पिछले महीने रायगढ़ जिले के कर्जत में उजागर हुई हाई-प्रोफाइल एमडी ड्रग फैक्ट्री केस में लंबे समय से फरार चल रहे आरोपी शकील मेमन उर्फ शकील ‘चिकना’ को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसे अदालत में पेश कर 20 जून 2025 तक पुलिस हिरासत में भेजा है।
जांच में सामने आया कि शकील चिकना ने रायगढ़ के किकवी गांव स्थित सावली फार्महाउस को बकरी पालन के बहाने किराए पर लिया और दो कमरों को ₹1 लाख मासिक किराए पर लेकर वहां एमडी ड्रग निर्माण इकाई स्थापित की। गंध छुपाने के लिए फार्महाउस पर बकरियां रखी गईं, जिससे रासायनिक दुर्गंध छिपाई जा सके और स्थानीय लोगों को शक न हो।
600 करोड़ की संभावित अंतरराष्ट्रीय कमाई
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह गिरोह हर सप्ताह करीब 25 किलोग्राम एमडी तैयार करता था और तीन महीने में कुल 300 किलोग्राम एमडी उत्पादन किया गया, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत ₹600 करोड़ आंकी गई है। छापे के दौरान 6.689 किलोग्राम एमडी और ₹1 करोड़ मूल्य के कच्चे रसायन बरामद किए गए, जिनसे लगभग 150 किलोग्राम अतिरिक्त उत्पादन संभव था।
मास्टरमाइंड शकील का नेटवर्क
शकील, जो नवी मुंबई का निवासी है, अपने बेटे के साथ मिलकर इस नेटवर्क को संचालित करता था। उसकी योजना के अनुसार, हर तीन महीने में ऑपरेशन की जगह बदली जाती थी। फार्महाउस और बंगलों को बार-बार बदला जाता था ताकि जांच एजेंसियों से बचा जा सके।
पुलिस को कैसे मिला सुराग?
मार्च 2025 में आरसीएफ पुलिस ने 45 ग्राम एमडी बरामद कर एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। आगे की जांच में मुंबई और नवी मुंबई से चार और तस्करों की गिरफ्तारी हुई। पूछताछ से मिले इनपुट के आधार पर कर्जत के फार्महाउस पर छापा मारा गया और एक व्यक्ति को मौके से पकड़ा गया। तब से शकील फरार चल रहा था। डीसीपी नवनाथ धवले की देखरेख में जारी जांच में अब पुलिस पूरे सिंडिकेट की आपूर्ति श्रृंखला, फाइनेंशियल ट्रेल, और अन्य राज्यों या विदेशों से जुड़ाव की भी छानबीन कर रही है। पुलिस को शक है कि यह गिरोह एक अंतरराज्यीय और संभवतः अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का हिस्सा है, जिसकी जड़ें गहरी हो सकती हैं।