केसीआर के दौरे से बौखलाए शिवसेना नेता
मुंबई: (Mumbai) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता भगीरथ भालके मंगलवार को अपने समर्थकों के साथ भारत राज्य समिति (BRS) में शामिल हो गए। बीआरएस प्रमुख के. चंद्रशेखर राव की मौजूदगी में सोलापुर जिले के मंगलवेढा में यह कार्यक्रम हुआ।
बीआरएस प्रमुख के. चंद्रशेखर राव ने संगठन विस्तार के लिए ‘महोजवाला भारत’ (उज्ज्वल भारत) अभियान प्रारंभ किया है। इसी के तहत सोमवार को 600 गाड़ियों का काफिला लेकर केसीआर महाराष्ट्र में दाखिल हुए। पंढरपुर पहुंचकर भगवान विठ्ठल के दर्शन किए। इसके बाद सोलापुर में बीआरएस नेता धर्मना मुंडया सादुल के घर पहुंचे। धर्मना मुंडया सोलापुर से दो बार मेयर रहे हैं। वह कांग्रेस के टिकट पर यहां से लोकसभा सांसद भी रह चुके हैं। केसीआर और धर्मना के बीच वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर चर्चा हुई।
केसीआर की इस यात्रा का पहला झटका एनसीपी को लगा है। सोलापुर जनपद के मंगलवेढा से पूर्व विधायक रहे भारत भालके के बेटे भगीरथ भालके मंगलवार को अपने कार्यकर्ताओं के साथ बीआरएस में शामिल हो गए। भगीरथ ने आरोप लगाया कि उनके पिता स्वर्गीय भरत भालके के निधन के बाद एनसीपी ने उनसे मुंह फेर लिया था, लेकिन केसीआर ने उन्हें सम्मान दिया, इसीलिए उन्होंने बीआरएस में जाने का फैसला लिया।
बहरहाल, केसीआर के महाराष्ट्र अभियान से शिवसेना संजय राऊत बुरी तरह से बौखला गए हैं। शिवसेना ठाकरे गुट के सांसद ने केसीआर को भाजपा की बी टीम करार दिया। केसीआर के मंदिर जाने पर राऊत ने पूछा कि केसीआर कब से विठ्ठल भक्त हो गए…? बतौर राऊत केसीआर ऐसी नौटंकियां करते रहेंगे तो वह अपना गृहराज्य तेलंगाना भी खो देंगे। राऊत ने केसीआर के 600 गाड़ियों के काफिले पर भी ऐतराज जताया है। राऊत ने कहा कि भगवान के मंदिर जाने वाले ऐसा दिखावा नहीं करते।: सपा विधायक अबू आजमी को जान से मारने की धमकी
मुंबई के कोलाबा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज
मुंबई: समाजवादी पार्टी की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष तथा विधायक अबू आसिम आजमी को मोबाइल फोन पर ह्वाट्सएप के जरिए जान से मारने की धमकी मिली है। आजमी के ह्वाट्सएप पर खून से सना चाकू और पिस्तौल की फोटो भेजी गई है। धमकी देने वाले ने आजमी को 3 दिन का अल्टीमेटम दिया है। फिलहाल इस मामले में अबू आजमी ने मुंबई के कोलाबा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई है।
हालांकि बेतुके बयानों के लिए मशहूर आजमी को धमकी मिलने का यह पहला अवसर नहीं है। इससे पहले भी आजमी को धमकियां मिल चुकी हैं। मुगल शासक औरंगजेब के समर्थन में बेतुकी बयानबाजी करने के बाद आजमी को धमकी मिली थी। बीते जनवरी माह में आजमी के निजी सचिव के फोन पर धमकी दी गई थी। फोन करने वाले ने औरंगजेब का समर्थन करने पर आजमी को जान से मारने की धमकी दी थी। उस समय भी पुलिस में मामला दर्ज हुआ था।