
मुंबई। गुटखा माफिया के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई में मुंबई क्राइम ब्रांच ने 1.14 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के प्रतिबंधित गुटखा और तंबाकू उत्पादों का विशाल जखीरा बरामद किया है। यह कार्रवाई दो चरणों में की गई, जिसमें घाटकोपर और ठाणे में छापे मारे गए। पुलिस ने इस रैकेट से जुड़े आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों के अनुसार, पहला छापा 4 अक्टूबर*को क्राइम ब्रांच की यूनिट 6 ने घाटकोपर ईस्ट में ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे के पास कामराज नगर इलाके में मारा था। ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने 26 वर्षीय फिरोज शेख को रंगे हाथों पकड़ा, जिसके पास से 13.44 लाख रूपए के प्रतिबंधित गुटखे की बरामदगी हुई। पूछताछ में फिरोज शेख ने अपने सहयोगियों फैजान अंसारी (22) और नवाज अंसारी (25) के नाम बताए, जो कथित तौर पर एक व्यक्ति आरिफ को गुटखा सप्लाई कर रहे थे। पुलिस ने तीनों के खिलाफ संबंधित कानूनों की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया। शेख से मिली जानकारी के आधार पर क्राइम ब्रांच ने नारपोली पुलिस के साथ संयुक्त ऑपरेशन चलाया। 7 अक्टूबर को ठाणे के इलाके में दो गोदामों पर एक साथ छापे मारे गए। यहाँ से पुलिस ने गुटखे की बड़ी खेप, चार वाहन, छह मोबाइल फोन और पैकिंग-सप्लाई से जुड़ी सामग्री जब्त की। छापे के समय गोदाम में मौजूद ड्राइवरों, पर्यवेक्षकों और मजदूरों को भी गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अनुसार, बरामद गुटखा और संबंधित सामग्री की कुल कीमत 1.14 करोड़ रूपए आँकी गई है। अब तक कुल आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई हाल के दिनों में मुंबई में गुटखा माफिया के खिलाफ की गई सबसे बड़ी छापेमार कार्रवाई में से एक है। अपराध शाखा के अनुसार, शहर में प्रतिबंधित तंबाकू उत्पादों के निर्माण, भंडारण और बिक्री पर पूरी तरह कानूनी शिकंजा कसने के लिए अभियान जारी रहेगा। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा- गुटखा पर राज्य सरकार का पूर्ण प्रतिबंध है, फिर भी कुछ लोग अवैध रूप से इसकी सप्लाई और व्यापार में शामिल हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ बिना किसी रियायत के सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस संयुक्त अभियान ने एक बार फिर दिखा दिया है कि मुंबई पुलिस शहर में संगठित तंबाकू तस्करी नेटवर्क पर लगाम लगाने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है।