
झांसी, उत्तर प्रदेश। बुंदेलखंड को औद्योगिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में झांसी जनपद में लगातार प्रयास हो रहे हैं। इसी क्रम में मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) श्री जुनैद अहमद ने विकास भवन सभागार में जिला स्तरीय एमओयू क्रियान्वयन इकाई एवं उद्योग बंधु समिति की बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनपद में एमओयू साइन की गई 348 इकाइयों में से जिन 177 इकाइयों की ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (GBC) रेडी है, उनमें से अब तक मात्र 85 इकाइयों ने ही कमर्शियल प्रोडक्शन प्रारंभ किया है। शेष इकाइयों को शीघ्र स्थापित किया जाए। सीडीओ ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के विजन के अनुसार प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने का लक्ष्य है, और बुंदेलखंड इसमें अहम भूमिका निभा सकता है। उन्होंने कहा कि जनपद में निवेशकों को हर जरूरी सुविधा प्रदान की जाए ताकि उन्हें किसी भी स्तर पर परेशानी न हो। उन्होंने इन्वेस्टर्स से जुड़े एनओसी को समय पर जारी करने के सख्त निर्देश देते हुए चेतावनी दी कि विलंब करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही “निवेश मित्र” पोर्टल पर लंबित दो आवेदन और एक उद्यमी द्वारा की गई 26 शिकायतों पर कड़ी नाराजगी जताई। संबंधित विभागों को शीघ्र समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में पशुपालन विभाग से जुड़े 20 एमओयू और हैंडलूम-टेक्सटाइल विभाग के 13 एमओयू को ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में शामिल किए जाने की समीक्षा हुई। वहीं “बुंदेलखंड बायो मेडिकल वेस्ट यूनिट” और अन्य इकाइयों के स्थापन से जुड़ी समस्याओं पर भी विस्तृत चर्चा की गई। सीडीओ ने अधिकारियों से कहा कि वे विभागीय सामंजस्य बनाए रखें और निवेशकों से व्यक्तिगत संवाद कर समस्याओं का तत्काल निस्तारण करें। उन्होंने सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम प्रोत्साहन नीति-2022 का प्रचार-प्रसार बढ़ाने और उद्यमियों को इसका अधिकतम लाभ दिलाने पर भी बल दिया।
इस अवसर पर उपायुक्त उद्योग मनीष चौधरी, उपायुक्त जीएसटी डॉ. जितेंद्र कुमार, बुंदेलखंड चैम्बर महासचिव पवन सरावगी, व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय पटवारी, अशोक आनंदानी, मनमोहन गेढ़ा, पुनीत अग्रवाल, अनूप गर्ग, मुकेश अग्रवाल सहित कई उद्यमी व विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।