
पुणे। शरद पवार नीत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की नेता और बारामती से सांसद सुप्रिया सुले ने महाराष्ट्र सरकार को आड़े हाथ लेते हुए दावा किया कि राज्य में न केवल विपक्ष के लोगों को बल्कि सत्ता में साझेदार लोगों को भी धमकाया जा रहा है। वह पुणे में संवाददाताओं से बात कर रही थीं। सुले से शरद पवार के आरोप पर उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस की प्रतिक्रिया के बारे में पूछा गया था। शरद पवार ने यह आरोप लगाया था कि राकांपा विधायक सुनील शेल्के ने राकांपा (एसपी) के नेताओं को धमकी दी थी। इस पर फडणवीस ने पवार की टिप्पणियों को धमकी मानते हुए कहा था कि ‘पवार साहब जैसे बड़े नेता’ द्वारा इस तरह के बयान से उनका कद कम हो जाता है। सुले ने इस पर जवाब देते हुए कहा,‘‘कद समाज तय करता है, कोई व्यक्ति नहीं। यदि गृह मंत्री के रूप में देवेंद्र जी ने अच्छा काम किया होता तो पवार साहेब को अपने विचार व्यक्त करने की कोई आवश्यकता नहीं होती। पुणे जिले के इंदापुर से भाजपा नेता हर्षवर्धन पाटिल का हवाला देते हुए सुले ने कहा, ‘‘वह इंदापुर के ही नहीं बल्कि राज्य के एक प्रमुख नेता हैं, लेकिन उन्होंने देवेंद्र जी को लिखे पत्र में गठबंधन सहयोगियों से मिल रही धमकियों पर चिंता जाहिर की थी। यह गृह मंत्रालय की विफलता को दर्शाता है। पाटिल ने फडणवीस को लिखे पत्र में यह आरोप लगाया था कि ‘गठबंधन सहयोगियों’ के कुछ पदाधिकारियों ने उनके खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था और वहां स्वतंत्र रूप से नहीं घूमने देने की धमकी दी थी। सुले ने हाल ही में उल्हासनगर के एक पुलिस थाना में भाजपा विधायक द्वारा की गई गोलीबारी की घटना का जिक्र करते हुए राज्य सरकार को ‘अबकी बार, गोलीबार सरकार’ करार दिया।