
मुंबई। महाराष्ट्र के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे एक बार फिर विवादों में हैं। पहले विधानसभा सत्र के दौरान मोबाइल पर रमी खेलने का वीडियो वायरल हुआ, और अब एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सरकार को ‘भिखारी’ कहने वाले बयान ने राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) की सांसद सुप्रिया सुले ने इस बयान को महाराष्ट्र का अपमान बताया और कोकाटे से तत्काल इस्तीफे की मांग की है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी मंत्री को फटकार लगाई है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में कोकाटे ने कहा कि यदि वे दोषी पाए गए तो स्वयं राज्यपाल को इस्तीफा सौंप देंगे, लेकिन उसी दौरान उन्होंने फिर एक आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी। फसल बीमा योजना को लेकर बात करते हुए कोकाटे ने कहा, “सरकार किसानों से एक रुपया लेती है। हम किसानों को एक रुपया नहीं देते। भिखारी कौन है? सरकार है। किसान नहीं।” यह बयान तुरंत आलोचना के घेरे में आ गया। कोकाटे इससे पहले भी फसल बीमा योजना को लेकर कह चुके हैं कि “एक भिखारी भी एक रुपया नहीं लेता और हम एक रुपये में फसल बीमा देते हैं।”
सांसद सुप्रिया सुले ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, यह वही महाराष्ट्र है जिसकी रचना 105 शहीदों के बलिदान और यशवंतराव चव्हाण जैसे नेताओं की दूरदृष्टि से हुई। इस राज्य को ‘भिखारी’ कहना उन सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों और राज्य के नागरिकों की मेहनत का अपमान है। हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।” सुले ने यह भी कहा कि राज्य ने पहले कभी ऐसा कृषि मंत्री नहीं देखा जिसने किसानों के मुद्दों पर इतनी असंवेदनशीलता दिखाई हो।
उन्होंने कहा कि यह आशा की जा रही थी कि कोकाटे आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्षमा मांगेंगे और इस्तीफा देंगे, लेकिन उन्होंने उल्टे राज्य से भीख मांगने जैसी बात कह दी। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील की कि वे कोकाटे को तत्काल मंत्रिमंडल से बाहर करें और एक ऐसा कृषि मंत्री नियुक्त करें जो किसानों के प्रति संवेदनशील हो और उनके हितों की रक्षा करे।