सहायक श्रम आयुक्त ने कहा, योजना के तहत श्रमिकों और कोराेना में निराश्रित हुए बच्चों को मिलेगी शिक्षा
मऊ:(Mau) उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh government) ने प्रदेश के निर्माण श्रमिकों के बच्चों और कोरोना काल में निराश्रित हुए बच्चों की शिक्षा के लिए ऐतिहासिक कदम उठाया है। इसके अंतर्गत नवोदय विद्यालय की तर्ज पर प्रदेश के सभी मंडलों में ‘अटल आवासीय विद्यालय’ की स्थापना की जाएगी, जिसका संचालन प्रदेश के श्रम विभाग द्वारा किया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक ‘अटल आवासीय विद्यालय’ योजना के तहत आजमगढ़ मंडल में सदर तहसील गंभीरवन के निकट पीजीआई में इस आवासीय विद्यालय की स्थापना की जा रही है। इस आवासीय विद्यालय में विगत तीन वर्षों से पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के 10 से 13 वर्ष की उम्र के बच्चे ही आवेदन कर सकेंगे। इसके अलावा कोरोना कॉल में जो बच्चे निराश्रित हो गए थे, उनको प्राथमिकता के आधार पर प्रवेश दिलाया जाएगा।
सहायक श्रम आयुक्त प्रभात कुमार सिंह ने बताया कि इस आवासीय विद्यालय में मंडल के तीनों जिले आजमगढ़, मऊ और बलिया के बच्चे कक्षा छह में प्रवेश हेतु 26 मई 2023 तक आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के लिए कम से कम कक्षा पांच उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। प्रवेश परीक्षा के लिए 17 जून 2023 की तिथि निर्धारित की गई है।
उल्लेखनीय है कि ‘अटल आवासीय विद्यालय’ में कुल 80 बच्चों का दाखिला किया जाना है और इस विद्यालय का संचालन सीबीएसई पैटर्न पर होना है। यह विद्यालय पूर्ण रूप से आवासीय होगा। जिसमें पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के अलावा कोरोना कॉल में अभिभावकों से निराश्रित हुए बच्चे और मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के पात्र बच्चे भी दाखिला ले सकेंगे।
शिक्षा जगत में ‘अटल आवासीय विद्यालय’ योजना को एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है। श्रमिकों के बच्चे और निराश्रित ऐसे बच्चे जो होनहार हैं लेकिन धन के अभाव में अच्छी शिक्षा से वंचित हो जाते हैं उनके लिए यह योजना वरदान साबित होगी।