
मथुरा:(Mathura) वृंदावन इलाके में कैंप लगाकर फर्जी तरीके से प्लॉटिंग करने वाले गैंग का शुक्रवार पुलिस ने खुलासा किया है। गिरोह के सरगना पति-पत्नी को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है।
एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि शुक्रवार सर्विलांस टीम के सहयोग से वृंदावन पुलिस ने सरगना हरियाणा निवासी इमरान खान और उसकी पत्नी को गिरफ्तार किया है। इन दोनों ने एक कंपनी रजिस्टर्ड कराकर इसके जगह-जगह कार्यालय दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में खोला था। इसका मुख्य ऑफिस दिल्ली के प्रीतमपुरा इलाके में था। इन लोगों ने फर्जी स्कीम लांच कर ज्यादा कमाई का लालच देकर फर्जी प्लॉटिंग कर लोगों से ठगी शुरू की है। लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए बकायदा इसके प्रॉस्पेक्टस छपवाकर सोशल मीडिया में प्रचार-प्रसार भी किया था।
उन्होंने बताया कि इस मामले में वृंदावन विकास प्राधिकरण के अधिशासी अभियंता कौशलेंद्र चौधरी ने 30 मई वृंदावन कोतवाली में रिपोर्ट लिखाई थी। उन्होंने बताया था कि परिक्रमा मार्ग से देवराह बाबा घाट को जाने वाले मार्ग के दाहिनी ओर कोई बिल्डर टेंट लगाकर सस्ते दामों पर प्लॉटों की खरीद-फरोख्त कर रहा है। भूखंड की बुकिंग कर रहे हैं।
न्यूनतम इक्कीस सौ रुपये लेकर प्लॉट का पंजीकरण भी कर रहे हैं। 30 प्रतिशत धनराशि देने पर प्लॉट की बुकिंग हो रही है। 40 प्रतिशत देने पर पीडीसी चेक लेकर प्लॉट की रजिस्ट्री कर रहे हैं। इस योजना के अनुसार 50 गज से 500 गज तक के प्लॉट बहुत ही सस्ते रेट पर आसान किश्तों में बेचे जा रहे हैं।
जमीन के स्वामित्व सम्बन्धी कागजात मांगने पर उन्होंने बताया कि कागजात मालिकान के पास है, इसलिए हम नहीं दे सकते। जबकि बिल्डर द्वारा बेची जा रही जमीन वृन्दावन में यमुना के खादर में है, जो मथुरा-वृन्दावन महायोजना (पुनरीक्षित) वर्ष 2021 के अनुसार बाढ़ग्रस्त क्षेत्र है जो आवासीय प्रयोग में नहीं लाई जा सकती है। सम्बन्धित उपरोक्त बिल्डर द्वारा फर्जी एवं कूटरचित दस्तावेजों द्वारा लोगों को गुमराह कर व सस्ते रेट पर प्लॉटों का प्रलोभन देकर उनके साथ ठगी की जा रही है ।