
गडचिरोली। गडचिरोली जिले में चल रहे एंटी-माओवादी अभियान के तहत पुलिस ने हाल ही में दो अहम कदम उठाए। अधिकारियों के अनुसार, पुलिस ने माओवादियों द्वारा बनाए गए दो स्मारकों को ध्वस्त किया और सुरक्षा बलों के खिलाफ हिंसक गतिविधियों में शामिल एक नक्सली समर्थक को गिरफ्तार किया। इन कार्रवाइयों का उद्देश्य स्थानीय समुदायों में माओवादियों का डर खत्म करना और शांति का माहौल स्थापित करना है।
काटेजारी और मरमा जंगल में सर्च ऑपरेशन
30 सितंबर को पोस्टे काटेजारी पुलिस टीम ने एसआरपीएफ़ कर्मियों के साथ मौजा काटेजारी और मरमा जंगल क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चलाया। इस दौरान उन्हें दो माओवादी स्मारक मिले, जो दो-तीन वर्ष पूर्व बनाए गए थे। इनका मकसद इलाके में माओवादियों की मौजूदगी दिखाना और जनता में भय का वातावरण कायम करना था।
बम निरोधक दस्ते की जांच के बाद दोनों स्मारकों को ध्वस्त कर दिया गया। इसके स्थान पर स्थानीय नागरिकों की भागीदारी से पौधे लगाए गए ताकि शांति का संदेश प्रसारित हो। गडचिरोली के पुलिस अधीक्षक नीलतोपाल ने कहा- गडचिरोली पुलिस नागरिकों को माओवादियों के आतंक से मुक्त करने की कोशिश कर रही है। ऐसे स्मारकों की समाज में कोई जगह नहीं है। नागरिकों से अपील है कि वे ऐसे अवैध निर्माण में शामिल न हों।
29 सितंबर को एक अलग कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने भामरागढ़ इलाके में एंटी-माओवादी अभियान के दौरान एक संदिग्ध को पकड़ा। पुलिस के अनुसार, वह व्यक्ति सुरक्षा बलों की गतिविधियों की रेकी कर रहा था और नक्सलियों को सहयोग प्रदान कर रहा था। उसे गिरफ्तार कर आगे की जांच की जा रही है।
