
देवेश प्रताप सिंह राठौर,
झांसी, उत्तर प्रदेश। झांसी जिले में त्यौहारों के मद्देनज़र खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफ़डीए) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए झांसी बस स्टैंड पर दो बसों से लगभग 08 कुंतल मिल्क केक और 10 कुंतल खोया जब्त किया है। खाद्य सामग्री की हालत अत्यंत खराब पाए जाने पर इसे जनहित में तत्काल नष्ट कर दिया गया। जब्त खाद्य सामग्री की अनुमानित कीमत करीब 3.75 लाख रुपए आंकी गई है। जिलाधिकारी मृदुल चौधरी के निर्देश पर चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत यह कार्रवाई की गई। सहायक आयुक्त खाद्य/अभिहित अधिकारी पवन कुमार के नेतृत्व में एफडीए की टीम को गोपनीय सूचना मिली थी कि ग्वालियर की ओर से आ रही दो बसों में खराब गुणवत्ता का मिल्क केक और खोया लाया जा रहा है। सूचना मिलते ही टीम ने मौके पर पहुँचकर जांच की और अधोमानक खाद्य सामग्री मिलने पर उसे मानव उपभोग हेतु असुरक्षित मानते हुए नष्ट करा दिया।
सैंपल जांच के लिए भेजे गए
मिल्क केक और खोया के नमूने संग्रहित कर उन्हें राजकीय खाद्य प्रयोगशाला भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के विरुद्ध एफएसएस एक्ट 2006 के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जनजागरूकता और फूड सेफ्टी वैन की तैनाती
एफडीए टीम ने बस स्टैंड क्षेत्र में फूड सेफ्टी ऑन व्हील्स मोबाइल प्रयोगशाला की मदद से खाद्य कारोबारियों और आम लोगों को सुरक्षित खाद्य सामग्री के बारे में जागरूक किया। इस दौरान घरेलू जांच विधियों, मौसम के अनुसार सही खानपान, और खुले में रखे खाद्य पदार्थों से परहेज़ की जानकारी दी गई।
खाद्य कारोबारियों को चेतावनी
सहायक आयुक्त श्री पवन कुमार ने स्पष्ट किया कि खाद्य कारोबारियों के लिए लाइसेंस/पंजीकरण अनिवार्य है, अन्यथा उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी। एफएसएस एक्ट 2006 के तहत बिना लाइसेंस कारोबार करने पर छह माह तक की सज़ा और 5 लाख रुपए तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।
शिकायत के लिए संपर्क
पवन कुमार ने यह भी बताया कि खाद्य सामग्री से जुड़ी किसी भी शिकायत के लिए उपभोक्ता टोल फ्री नंबर 1800-180-5533 पर संपर्क कर सकते हैं। झांसी से संबंधित सूचनाओं के लिए मोबाइल नंबर 9454468654 भी जारी किया गया है। इस कार्रवाई में एफडीए टीम के सदस्य सत्यम भारती, सुनील कुमार, झंकार सिंह, सैनिक सिंह, ज्ञानेंद्र पाल सिंह चंदेल और जितेन्द्र सिंह भी मौजूद रहे। झांसी एफडीए की इस मुस्तैदी ने त्योहारों के सीजन में मिलावटी और खराब खाद्य सामग्री की बिक्री पर एक बड़ा सवाल खड़ा किया है, साथ ही नागरिकों को सतर्क रहने का संदेश भी दिया है।