महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में 15 फीट गहरे बोरवेल में गिरकर पांच साल के बच्चे की मौत हो गई। करीब 9 घंटे तक बच्चे के बोरवेल में फंसे रहने के कारण उसने दम तोड़ दिया। सोमवार देर रात बच्चे को जब बोरवेल से निकाला गया, लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। घटना पुणे शहर से करीब 125 किमी दूर कर्जत तहसील के कोपर्डी गांव में की है।
बच्चे के बोरवेल में गिरने की सूचना के बाद मौके पर एक एंबुलेंस और अन्य मेडिकल टीम को तैयार रखा गया था। मौके पर मौजूद NDRF के अधिकारियों के मुताबिक, सोमवार शाम करीब चार बजे बच्चा बोरवेल में गिरा था। नाबालिग 15 फीट की गहराई में फंसा था। बच्चे के गिरने की सूचना के बाद स्थानीय पुलिस और जिला प्रशासन के कर्मियों के साथ राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की एक टीम घटनास्थल पर पहुंची थी।
खेलते वक्त बोरवेल में गिरा था मजदूर का बेटा
पुलिस के अनुसार, गन्ना मजदूर का बेटा खेलते समय बोरवेल में गिर गया था। सूचना के बाद मौके पर पहुंची NDRF की पांच टीमें उसे बचाने में जुटी। देर रात ढाई बजे के बीच बच्चे को बोरवेल से बाहर निकाल लिया गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
जानकारी के मुताबिक, बच्चे के पिता मध्य प्रदेश के बुरहानपुर तालुका के चिड़ियापुरा का रहने वाला है। वे इन दिनों कोपार्डी के संदीप ज्ञानदेव सुद्रिक के गन्ने के खेत में फसल काटने आए थे। इस दौरान उनका बेटा खेलने के दौरान खेत के पास बोरवेल में गिर गया। जैसे ही पता चला कि बालक बोरवेल में गिर गया है, उसे बाहर निकालने के लिए बोरवेल के पैरलल दो जेसीबी की मदद से खुदाई शुरू की गई।
पिछले साल बैतूल में बोरवेल में गिरे बच्चे की हुई थी मौत
उधर, घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस निरीक्षक सतीश गावित पुलिस कर्मियों श्याम जाधव, गोवर्धन कदम, राहुल खरात और जितेंद्र सरोदे के साथ कोपार्डी पहुंचे और ग्रामीणों की मदद से राहत कार्य में जुट गए थे।
बता दें कि पिछले साल मध्य प्रदेश के बैतूल में 65 घंटे से अधिक समय तक बोरवेल में फंसे रहने के बाद आठ साल के तन्मय साहू की मौत हो गई थी। नाबालिग छह दिसंबर को खेत में खेलते समय 400 फुट गहरे बोरवेल में गिर गया था। वह बोरवेल से 55 फीट नीचे फंसा हुआ था और बाद में दम घुटने से उसकी मौत हो गई थी।