
उल्हासनगर। एक साधारण मोटरसाइकिल चोरी के मामले ने तब गंभीर मोड़ ले लिया, जब ठाणे पुलिस ने गुरुवार रात गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान पुणे की यरवदा जेल से फरार एक उम्रकैद के कैदी के रूप में की। गिरफ्तार व्यक्ति अनिल मेघदास पटेनिया है, जो पहले टिटवाला पुलिस स्टेशन में दर्ज हत्या के एक मामले में दोषी ठहराया गया था और यरवदा सेंट्रल जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। वह हाल ही में जेल की एक खुली इकाई से फरार हो गया था। पुलिस उपायुक्त सचिन गोरे के अनुसार, पुलिस को खेमानी इलाके में चोरी हुई एक एक्टिवा स्कूटर के संबंध में गुप्त सूचना मिली थी। सूचना के आधार पर रात करीब 1 बजे एक टीम ने जाल बिछाया और संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम अनिल पटेनिया बताया और कहा कि वह उल्हासनगर के पास म्हारालगांव का निवासी है। जब पुलिस ने उसकी पृष्ठभूमि की गहराई से जांच की, तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि आरोपी वही व्यक्ति है जो यरवदा जेल से फरार हुआ था और हत्या जैसे गंभीर अपराध में सजा काट रहा था। पुलिस अधिकारियों ने तुरंत पुणे के यरवदा पुलिस स्टेशन से संपर्क कर पुष्टि की और उसके फरार होने की जानकारी को सत्यापित किया। फिलहाल, आरोपी को 18 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। गिरफ्तारी डीसीपी सचिन गोरे और एसीपी अमोल कोली के मार्गदर्शन में की गई, जबकि अभियान का नेतृत्व वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक विष्णु तम्हाणे और अपराध शाखा निरीक्षक अंकुश म्हस्के ने किया। यह गिरफ्तारी पुलिस की सतर्कता और स्थानीय खुफिया तंत्र की तत्परता का उदाहरण है, जिसने एक फरार और खतरनाक अपराधी को फिर से सलाखों के पीछे पहुँचाया।