कोलकाता:(Kolkata) मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Chief Minister Mamata Banerjee) ने इंजीनियरिंग की तरह डॉक्टरी में भी तीन साल का मेडिकल डिप्लोमा शुरू करने का प्रस्ताव दिया है। इसके खिलाफ सोमवार को वामपंथी छात्र संगठन एसयूसीआई की इकाई डीएसओ कार्यकर्ताओं ने राज्य स्वास्थ्य भवन का घेराव किया। इस दौरान पुलिसकर्मियों के साथ डीएसओ कार्यकर्ताओं की जमकर हाथापाई हुई।
सॉल्टलेक के बेनफिश मोड़ के पास से स्वास्थ्य भवन घेराव के लिए रैली शुरू हुई थी। हालांकि काफी पहले पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रैली को रोक दी। उसके बाद पुलिस के साथ धक्का-मुक्की और हाथापाई शुरू हो गई। आरोप है कि शांतिपूर्ण रैली को पुलिस ने बलपूर्वक रोका और लाठीचार्ज शुरू कर दी, जिसके बाद टकराव हुआ है। डीएसओ के कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है।
संगठन की ओर से जारी जानकारी में बताया गया है कि राज्य सरकार ने तीन साल के डिप्लोमा कोर्स की शुरुआत की योजना बनाई है। यह पूरी तरह से अवैज्ञानिक, अनैतिक और भेदभाव भरा है। इससे राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था क्षतिग्रस्त होगी और कम जानकारी वाले डॉक्टरों की चिकित्सा की वजह से अधिक से अधिक लोगों को नुकसान होगा।
दरअसल पिछले हफ्ते समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तीन साल का डिप्लोमा कोर्स मेडिकल में चालू करने का प्रस्ताव दिया था। उन्होंने कहा था कि डिप्लोमा करने वाले छात्र वरिष्ठ डॉक्टरों के साथ रहकर चिकित्सा के अनुभव प्राप्त करेंगे और अस्पतालों में चिकित्सा करेंगे। सीएम के इस प्रस्ताव के बाद 14 विशेषज्ञ चिकित्सकों को लेकर कमेटी गठित की गई है जो अगले 30 दिनों के भीतर इस बारे में एक प्रस्ताव देगी। इसी के खिलाफ डीएसओ ने विरोध प्रदर्शन किया है।