
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को केंद्र सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और मंत्रियों को हटाने संबंधी प्रस्तावित विधेयक लोकतंत्र को कमजोर करने की साजिश है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा “वोट चोरी” के बाद अब ‘सत्ता चोरी’ में जुटी हुई है। खड़गे ने कहा कि भाजपा विपक्षी दलों की सरकारों को 30 दिनों के भीतर गिराने की योजना बना रही है और इसके लिए गिरफ्तारी को हथियार के रूप में इस्तेमाल कर लोकतंत्र को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है। इंदिरा भवन में हरियाणा और मध्य प्रदेश के जिला कांग्रेस समितियों के जिलाध्यक्षों की बैठक को संबोधित करते हुए खड़गे ने कहा कि यह विधेयक नागरिकों से उनकी चुनी हुई सरकार को बनाने या हटाने का संवैधानिक अधिकार छीनकर ईडी-सीबीआई जैसी संस्थाओं को दे देता है। उन्होंने इसे “लोकतंत्र पर बुलडोजर चलाने” के समान करार दिया।
संगठन सुदृढ़ करने पर जोर
खड़गे ने जिला कांग्रेस प्रमुखों को बूथ और मंडल समितियों के गठन में विशेष सावधानी बरतने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इन समितियों में ऐसे लोगों को शामिल करें जो पार्टी के प्रति वफादार हों, मेहनती हों और कांग्रेस की विचारधारा से विमुख न हों। उन्होंने आगाह किया कि संगठन में ऐसे कार्यकर्ताओं की जरूरत है, जो किसी भी प्रलोभन के बावजूद पार्टी के प्रति निष्ठावान बने रहें। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “कांग्रेस ने अपने मजबूत संगठन के कारण लंबे समय तक देश पर शासन किया। मंत्रियों के लिए यह जरूरी है कि वे जब भी किसी जिले में जाएं, तो सबसे पहले जिला अध्यक्ष से संपर्क करें। हरियाणा और मध्य प्रदेश के जिलाध्यक्ष कांग्रेस संगठन की सबसे मजबूत कड़ी हैं। अगर राज्य में सरकार बनानी है तो विधानसभा में उम्मीदवार को जिताना जरूरी है, और देश में सरकार बनानी है तो लोकसभा जीतने के लिए उनका समर्थन अनिवार्य है। उन्होंने स्वीकार किया कि बीच में इस परंपरा में बदलाव आया और कई मंत्री अपनी पसंद के लोगों को जिला अध्यक्ष बनाने लगे, जिससे संगठन की मजबूती पर असर पड़ा। खड़गे ने कहा कि राहुल गांधी और उन्होंने महसूस किया कि संगठन को मजबूत किए बिना सत्ता में मजबूती से वापसी संभव नहीं।
गुटबाजी से बचने की सलाह
खड़गे ने जिला प्रमुखों से गुटबाजी से दूर रहने और एकजुट होकर काम करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “जब कांग्रेस एकजुट रहेगी, तभी हम चुनाव जीत पाएंगे।
मतदाता सूची पर सतर्कता का आह्वान
कांग्रेस अध्यक्ष ने हाल ही में राहुल गांधी द्वारा दी गई प्रस्तुति का उल्लेख किया, जिसमें कर्नाटक की महादेवपुरा सीट पर वोट चोरी का मामला सामने आया था। खड़गे ने कहा कि यह साजिश छह महीने के शोध के बाद उजागर हुई, लेकिन चुनाव आयोग ने कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा, “अब पूरा देश इसे समझ रहा है। बिहार में एसआईआर (मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण) पर भाजपा सरकार और चुनाव आयोग के बयान को सुप्रीम कोर्ट से झटका लगा है। खड़गे ने कहा कि मानसून सत्र में विपक्ष ने एसआईआर और वोट चोरी जैसे मुद्दों पर चर्चा की मांग की थी, लेकिन भाजपा सरकार ने इसे टाल दिया। उन्होंने जिला अध्यक्षों को चेताया कि भाजपा इस तरह की योजनाओं से हमारे लोगों के वोट काटती रहेगी। उन्होंने कहा, “जिला अध्यक्ष की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है कि पूरे पांच साल मतदाता सूची की गहन जांच करते रहें। अगर भाजपा के लोग या बीएलओ हमारे लोगों के नाम काटते हैं, तो उन्हें तुरंत पकड़ें।
कांग्रेस की ऐतिहासिक भूमिका पर जोर
खड़गे ने कहा कि कांग्रेस ने देश के हर नागरिक को वोट देने का अधिकार दिलाया। उन्होंने याद दिलाया कि राजीव गांधी ने मतदान की आयु 21 वर्ष से घटाकर 18 वर्ष की ताकि युवाओं की लोकतंत्र में भागीदारी बढ़ सके। उन्होंने राहुल गांधी की “मतदाता अधिकार यात्रा” का भी जिक्र किया, जिसमें बिहार में लाखों लोग शामिल हो रहे हैं।
ईडी और सीबीआई की कार्रवाई पर सवाल
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, हमने देखा है कि विपक्षी नेताओं के खिलाफ 193 मामलों में ईडी की कार्रवाई हुई, लेकिन केवल दो मामलों में ही दोषसिद्धि हुई है। कई मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों को गिरफ्तार कर महीनों तक जेल में रखा गया, लेकिन अब सीबीआई कह रही है कि उनके पास कोई सबूत नहीं है। पीएम मोदी भ्रष्टाचार पर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, लेकिन उन्हीं लोगों को अपनी पार्टी में शामिल कर लेते हैं, जिन्हें वे पहले भ्रष्ट कहते थे और यहां तक कि उन्हें मंत्री भी बना देते हैं।