
काठमांडू:(Kathmandu) नेपाल में काठमांडू-तराई एक्सप्रेस-वे फास्ट ट्रैक के निर्माण से जुड़े तीन प्रोजेक्ट के ठेके के लिए जारी निविदा प्रक्रिया (टेंडर प्रोसेज) को निरस्त कर दिया गया है। इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण नेपाली सेना की देखरेख में हो रहा है। निविदा प्रक्रिया में भाग लेने के लिए भारत की दो कंपनियों ने भी फार्म भरे थे।
नेपाली सेना के प्रवक्ता कृष्ण प्रसाद भंडारी ने बुधवार को बताया कि इस एक्सप्रेस-वे से जुड़े तीन प्रोजेक्ट के निर्माण के लिए अप्रैल में निविदाएं आमंत्रित की गई थीं। अब इस निविदा प्रक्रिया को तकनीकी कारणों से निरस्त किया जा रहा है।
काठमांडू-तराई एक्सप्रेस-वे 72.5 किलोमीटर लंबा है। इसको 11 अलग-अलग खंडों में बांटकर 11 प्रोजेक्ट के जरिए निर्माण कार्य 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। मौजूदा निविदा प्रक्रिया में भारत की जो दो कंपनियां भाग ले रही थीं उनमें एनएचआईडीसीएल और इरकॉन हैं।
एक्सप्रेस-वे से जुड़ी अन्य सात परियोजनाओं के निर्माण का काम चीन की कंपनियों को मिला हुआ है। उनका काम विवादों में रहा है। चीन की निर्माण कंपनियां अभी सिर्फ 25 प्रतिशत निर्माण कार्य ही पूरा कर सकी हैं। काम समय से पूरा न होने के कारण प्रोजेक्ट की लागत बढ़ना भी तय माना जा रहा है।