
कानपुर: (Kanpur) समझौता ज्ञापन से बांदा और अयोध्या के कृषि विश्वविद्यालयों में शिक्षा, शोध एवं प्रसार की और गतिशीलता आएगी। यह बात सोमवार को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के बाद चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति डॉ. आनंद कुमार सिंह ने कही।
उन्होंने कहा कि यह ज्ञापन हस्ताक्षर दोनों कृषि विश्वविद्यालयों के मध्य शिक्षा,शोध एवं प्रसार में और अधिक गतिशीलता लाने हेतु किए गए हैं। जिससे कि छात्र एवं कृषक लाभान्वित हो सकें।
निदेशक शोध डॉ. पी के सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय के छात्र छात्राएं दूसरे विश्वविद्यालयों के अनुसंधान व प्रशिक्षण सुविधाओं का उपयोग करने में सक्षम होंगे। मीडिया प्रभारी डॉ. खलील खान ने बताया कि विश्व विद्यालय अपने छात्रों का कृषि अनुसंधान में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान करने का प्रयास कर रहा है। लिहाजा शैक्षणिक,अनुसंधान और प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए छात्रों का आदान प्रदान किया जाएगा और बांदा एवं अयोध्या कृषि विश्वविद्यालयों के प्रोफेसर एवं वैज्ञानिक भी छात्रों को उनके शोध कार्य में मार्गदर्शन करेंगे। दोनों विश्वविद्यालयों के छात्र एक दूसरे के साथ मिलकर आगे बढ़ेंगे और नई तकनीकों को आपस में आदान-प्रदान करेंगे। यह कार्यक्रम कृषि क्षेत्र में नई तकनीक को लेकर आगे बढ़ेंगे, जिसमें किसानों को भी मदद मिलेगी।
उन्होंने बताया कि सीएसए के कुलपति डॉ. आनंद कुमार सिंह ने कुलपति बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय बांदा डॉ. एनपी सिंह एवं आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या के डॉ. विजेंद्र सिंह के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. पीके उपाध्याय, निदेशक प्रसार डॉ. आरके यादव, अधिष्ठाता कृषि संकाय डॉ. सी एल मौर्या, डॉक्टर नौशाद खान सहित अन्य अधिकारी एवं वैज्ञानिकगण उपस्थित रहे।