Friday, February 21, 2025
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नगरपालिका स्कूलों के छात्रों के लिए ‘कला का कारवां’ कार्यक्रम आयोजित

मुंबई। सलाम बॉम्बे फाउंडेशन द्वारा यशवंतराव चव्हाण प्रतिष्ठान में ‘कला का कारवां’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के आयुक्त भूषण गगरानी ने किया। कार्यक्रम में वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजश्री कदम, मुख्य कार्यकारी अधिकारी नंदिना रामचंद्रन, सहायक प्रबंधक दीपक पाटिल और हृदयगंधा मिस्त्री भी उपस्थित थे। आयुक्त गगरानी ने छात्रों की प्रतिभा की सराहना करते हुए कहा, “सलाम बॉम्बे फाउंडेशन जैसी संस्थाएं इन छात्रों को मंच प्रदान करती हैं। सही अवसर मिलने पर ये छात्र पारंपरिक शिक्षा से आगे बढ़कर विभिन्न क्षेत्रों में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।”
फोटोग्राफी से करियर तक का सफर
अंधेरी के विद्याविकास स्कूल के पूर्व छात्र कुशल महाले ने बताया कि वह फोटोग्राफी को लेकर हमेशा से उत्साहित थे, लेकिन कभी नहीं सोचा था कि इसे सीखने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा, “सलाम बॉम्बे फाउंडेशन द्वारा हमारी स्कूल में कला को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षण शुरू किया गया। गायन, नृत्य, अभिनय, मीडिया और फोटोग्राफी में रुचि रखने वाले छात्रों को इसका लाभ मिला। आज, उसी प्रशिक्षण की बदौलत मैं फोटोग्राफी को अपना करियर बना सका।” वर्तमान में वह फोटोग्राफी के क्षेत्र में काम कर रहे हैं और महानगरपालिका स्कूलों के छात्रों को भी प्रशिक्षित कर रहे हैं।
छात्रों की प्रतिभा को मंच
सलाम बॉम्बे फाउंडेशन मुंबई के महानगरपालिका और सरकारी स्कूलों के छात्रों को उनकी कलात्मक प्रतिभा निखारने के लिए तकनीकी और वैज्ञानिक प्रशिक्षण देता है। कला अकादमी के माध्यम से चित्रकला, नृत्य, नाटक और मीडिया कौशल सिखाए जाते हैं। ‘कला का कारवां’ कार्यक्रम में छात्रों ने शास्त्रीय नृत्य, नाट्य प्रस्तुतियां, राजस्थान का घूमर, गुजरात का भवई लोकनृत्य, महाराष्ट्र का कोली नृत्य, छत्तीसगढ़ का मोरपंखी नृत्य और महाराष्ट्र का पारंपरिक लोकनाट्य प्रस्तुत किया। इसके अलावा, कई प्रस्तुतियों में महिलाओं के अधिकारों और सामाजिक, आध्यात्मिक व राजनीतिक मुद्दों को भी उजागर किया गया।
मीडिया क्षेत्र में भविष्य की राह
छात्रा अंशु मिश्रा और कामिनी विश्वकर्मा ने अपने सहपाठियों की मदद से एक मासिक पत्रिका प्रकाशित की, जिसमें उन्होंने विषय चयन, लेखन और मुद्रण प्रक्रिया की जानकारी साझा की। इसके अलावा, साधना महाविद्यालय के मयूर इंगले ने छात्रों के साथ मिलकर ‘लोककलाकार वासुदेव’ विषय पर एक डॉक्यूमेंट्री भी तैयार की। फाउंडेशन छात्रों को टीवी, प्रिंट और डिजिटल मीडिया के विभिन्न माध्यमों में प्रशिक्षण प्रदान करता है। संस्था की कला अकादमी के माध्यम से छात्रों को करियर के अवसर और प्लेसमेंट की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाती है।

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