मुंबई। मुंबई में 7.42 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जिसमें पीड़ितों को सस्ती दरों पर सरकारी जमीन दिलाने का झांसा दिया गया। इस सिलसिले में एक आईपीएस अधिकारी के पति पुरुषोत्तम चव्हाण के खिलाफ कोलाबा पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
ईडी जांच में हुआ खुलासा
गौरतलब है कि पुरुषोत्तम चव्हाण को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जून 2024 में टीडीएस घोटाला मामले में गिरफ्तार किया था। वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं। ईडी ने उनके खिलाफ 263 करोड़ रुपये की कर चोरी के मामले में आरोप पत्र दायर किया है। जांच के दौरान ही इस नए धोखाधड़ी मामले का भी पर्दाफाश हुआ। पुलिस के मुताबिक, शिकायत 48 वर्षीय रावसाहब अनंत देसाई ने दर्ज कराई है, जो वर्तमान में गुजरात के सूरत में रहने वाले एक कपड़ा व्यवसायी हैं।
आरोपों के मुख्य बिंदु:
🔹 सरकारी कोटे से रियायती दर पर जमीन दिलाने का वादा।
🔹 पुणे और ठाणे नगर निगमों से ‘विकास अधिकार प्रमाणपत्र’ दिलाने का आश्वासन।
🔹 नासिक में महाराष्ट्र पुलिस अकादमी को टी-शर्ट और हुडी आपूर्ति करने का अनुबंध दिलाने का झांसा। आरोप है कि चव्हाण ने शिकायतकर्ता से 7,42,05,475 रुपये अपने बैंक खाते में लिए।
फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल
धोखाधड़ी को अंजाम देने के लिए आरोपियों ने जाली दस्तावेज तैयार किए और ठाणे स्टांप रजिस्ट्रार के कार्यालय में उनके पंजीकरण का झूठा दावा किया। बाद में, उन्होंने इन फर्जी दस्तावेजों की फोटोकॉपी देकर पीड़ित को गुमराह किया। पुलिस इस मामले में अन्य पीड़ितों की भी तलाश कर रही है और धोखाधड़ी के पूरे नेटवर्क की जांच कर रही है।