ध्यानचंद फाउंडेशन द्वारा कार्यक्रमों की मेजबानी
नई दिल्ली। ओलंपिक समिति द्वारा मान्यता प्राप्त स्पोर्ट्स ओरिएंटियरिंग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इंटरनेशनल ओरिएंटियरिंग फेडरेशन (आईओएफ) एवं पार्क वर्ल्ड टूर (पीडब्ल्यूटी) के प्रतिनिधियों ने हाल ही में भारत का दौरा किया और भारत में ध्यानचंद फाउंडेशन इसका मुख्य आयोजक था। दक्षिण अफ्रीका और भारतीय उपमहाद्वीप के आईओएफ समन्वयक जारोस्लाव कैकमार्किक और पार्क वर्ल्ड टूर की प्रोजेक्ट मैनेजर जूलिया जेनेरे इस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे। अपनी नौ दिवसीय यात्रा में प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली, ग्वालियर, मुरैना, झाँसी तथा वृन्दावन का दौरा किया तथा इस दौरान ध्यानचंद फाउंडेशन द्वारा आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में 1000 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
फाउंडेशन से संबद्ध तीन क्लब- नई दिल्ली ओरिएंटियरिंग क्लब, ओरिएंटियरिंग क्लब झांसी, और मथुरा वृंदावन ओरिएंटियरिंग क्लब ने चैंपियनशिप का आयोजन किया, जबकि बारां ओरिएंटियरिंग क्लब ने कार्यक्रमों को आयोजित करने में सहयोग प्रदान किया। इसके अतिरिक्त, मुरैना जिले के करण इंटरनेशनल स्कूल तथा ड्रोन अकादमी, झांसी के सेंट कोलंबस इंटरनेशनल स्कूल और नई दिल्ली के जानकी देवी मेमोरियल कॉलेज फॉर वुमन सहित कई स्कूलों और कॉलेजों ने छात्रों के लिए सेमिनार और ओरिएंटियरिंग के प्रदर्शन खेलों का आयोजन किया। ओरिएंटियरिंग क्लब, झांसी द्वारा आयोजित ओपन चैलेंज प्रतियोगिता के मुख्य अतिथि रहे सुप्रसिद्ध भूतपूर्व हॉकी खिलाड़ी एवं अर्जुन पुरस्कार विजेता श्री अशोक ध्यानचंद। उन्होंने प्रतिभागियों का उत्साहवर्द्धन किया तथा विजेताओं को मेडल तथा सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया। आईओएफ की ओर से जारोस्लाव कैकमार्किक ने भारत के विभिन्न राज्यों में आयोजित सभी कार्यक्रमों के लिए ध्यानचंद फाउंडेशन को धन्यवाद देते हुए कहा कि अपने प्रवास के दौरान मैंने भारतीय युवा पीढ़ी में अपार संभावनाएं देखीं। पार्क वर्ल्ड टूर की प्रोजेक्ट मैनेजर जूलिया जेनेरे ने कहा कि प्रतिभागियों ने हमारे खेल के बारे में केवल आधे घंटे की ब्रीफिंग के साथ ओरिएंटियरिंग का कौशल सीखा, मैं भारत में ओरिएंटियरिंग के विकास को सपोर्ट करती रहूंगी। ध्यानचंद फाउंडेशन के अध्यक्ष गौरव ध्यानचंद ने कहा, चूंकि यह खेल बुनियादी ढांचे और महंगे उपकरणों पर निर्भर नहीं है, इसलिए भारत जैसे देश के लिए सबसे उपयुक्त है, जहां ग्रामीण क्षेत्रों में खेल बुनियादी ढांचे की कमी है और शहरी क्षेत्रों में नए खेल बुनियादी ढांचे के लिए जगह नहीं है। इस क्रम में आगे उन्होंने श्रीनगर, लखनऊ, ऋषिकेश और देहरादून जैसे शहरों में क्लब खोलने की योजना बताई। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि हमने ध्यानचंद फाउंडेशन के साथ मिलकर एक साझा लक्ष्य निर्धारित किया है और आशा व्यक्त की कि भारतीय खिलाड़ी जल्द ही राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ओरिएंटियरिंग प्रतिस्पर्धा करेंगे। ओरिएंटियरिंग को बढ़ावा देने वाले इस दौरे में भारतीय स्टेट बैंक के मुख्य प्रबंधक श्री संजीव पाण्डेय का विशेष योगदान रहा। प्रतियोगिताओं के आयोजन में नई दिल्ली ओरिएंटियरिंग क्लब की प्रमुख दीप्ति सिंह, ओरिएंटियरिंग क्लब झांसी के अध्यक्ष विवेक सिंह और मथुरा वृंदावन ओरिएंटियरिंग क्लब के अध्यक्ष श्री विवेक आचार्य का उल्लेखनीय योगदान रहा। दौरे की सफलता का श्रेय अन्य विभिन्न व्यक्तियों के प्रयासों को जाता है, जिनमें प्रमुख हैं – पूर्व अंतर्राष्ट्रीय हॉकी अंपायर श्री किशोरीलाल आजाद, श्री शैलेंद्र सिंह, श्री संदीप सिंह, सुश्री आभा जैन, श्री अनिल ठाकुर, श्री वैभव प्रताप सिंह, सुश्री ज्योति सिंह, सुश्री चंदा सिंह, श्री माजिद, श्री अशोक सेन पाली, श्री इशरत हुसैन, श्री बृजेंद्र यादव, सुश्री सुनीता और श्री अभिजीत चौधरी।
ओरिएंटियरिंग क्या है – आइए समझें
ओरिएंटियरिंग शरीर और मन को रोमांचित करने वाला आउटडोर एडवेंचर स्पोर्ट है जिसमें आप नक्शे के हिसाब से कंट्रोल पॉइट्स के बीच अपना रास्ता खोजते हुए सबसे कम समय में अपने गंतव्य तक पहुंचते हैं। यह खेल ओलंपिक द्वारा स्वीकृत है जो हाल के वर्षों में यूरोपीय देशों में तेजी से लोकप्रिय हुआ है।