
मुंबई। राज्य की सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक सशक्त, तेज़ और जनोन्मुख बनाने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) तकनीक का प्रभावी उपयोग किया जाए, ऐसे निर्देश मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को दिया हैं। ‘वर्षा’ शासकीय निवास पर आयोजित सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आधुनिक तकनीक के समुचित इस्तेमाल से स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार होगा, उपचार अधिक सटीक और समयबद्ध हो सकेगा तथा ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रों तक स्वास्थ्य सुविधाएँ प्रभावी ढंग से पहुँचेंगी। बैठक में ‘समग्र’ संस्था की ओर से सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने संबंधी विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया गया। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य संस्थानों की स्टार रेटिंग, सेवा समीक्षा रिपोर्ट, स्वास्थ्य हेल्पलाइन, स्वास्थ्य कर्मियों के प्रशिक्षण और सेवा गुणवत्ता की नियमित समीक्षा जैसे उपक्रमों पर ज़ोर देते हुए कहा कि इससे नागरिकों का स्वास्थ्य व्यवस्था पर भरोसा और मजबूत होगा। बैठक में ‘आपले गाव, आरोग्य संपन्न गाव’ योजना, पॉलिएटिव केयर, सिकल सेल रोग के उपचार, चिकित्सा अधिकारियों की भर्ती प्रक्रिया को सरल बनाने, मानधन वृद्धि, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत संविदा कर्मचारियों के शीघ्र नियमितीकरण, आयुष निदेशक, प्रशिक्षण निदेशक और नर्सिंग क्षेत्र में नए पद सृजित करने जैसी मांगें भी रखी गईं। इन सभी मुद्दों पर सकारात्मक रुख अपनाते हुए मुख्यमंत्री फडणवीस ने आश्वासन दिया कि स्वास्थ्य क्षेत्र में मानव संसाधन, बुनियादी ढांचे और तकनीक के समन्वय से दीर्घकालिक सुधारों के लिए सरकार आवश्यक सहयोग देगी। बैठक में सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आबिटकर सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और विशेषज्ञ उपस्थित रहे।



