
मुंबई। भारतरत्न डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के कार्य और व्यक्तित्व से युवाओं में एक नई ऊर्जा उत्पन्न होती है। उनके शैक्षणिक और सामाजिक कार्यों को अगली पीढ़ी तक प्रभावी ढंग से पहुँचाने के लिए स्मारक में आधुनिक तकनीक का उपयोग आवश्यक है,” यह बात सामाजिक न्याय राज्यमंत्री माधुरी मिसाळ ने इंदू मिल स्थित स्मारक स्थल का निरीक्षण करते हुए कही। राज्यमंत्री मिसाळ, जो शहरी विकास, परिवहन, चिकित्सा शिक्षा, अल्पसंख्यक और वक्फ विभाग की भी जिम्मेदारी संभालती हैं, ने स्मारक कार्यों की प्रगति की समीक्षा की और चैत्यभूमि में डॉ. आंबेडकर की स्मृति को नमन किया। निरीक्षण के दौरान विधायक भाई गिरकर, सह सचिव सोमनाथ बागुल, सह आयुक्त प्रसाद खैरनार, कार्यकारी अभियंता प्रदीप अहिरे, नगरसेविका समिता कांबळे, पूर्व नगरसेवक शरद कांबळे, राहुल कांबळे, अशोक कांबळे, मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण, मुंबई महानगरपालिका, सामाजिक न्याय विभाग के अधिकारी व अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। राज्यमंत्री मिसाळ ने निर्देश दिए कि स्मारक में डॉ. आंबेडकर के जीवन और कार्यों को डिजिटल तकनीक, ऑडियो-विज़ुअल माध्यम, इंटरऐक्टिव डिस्प्ले, और लेज़र शो के ज़रिए प्रभावशाली रूप से प्रस्तुत किया जाए। साथ ही, दुनिया भर के स्मारकों का अध्ययन कर, विदेशी पर्यटकों तक भारतीय इतिहास कैसे पहुँचाया जा सकता है, इस पर भी नियोजन किया जाए। स्मारक की मार्गिकाएं, स्वच्छता व्यवस्था और सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने के भी निर्देश दिए गए। इलेक्ट्रॉनिक और निर्माण कार्यों को फेजनुसार समांतर रूप से करते हुए स्मारक को शीघ्रातिशीघ्र पूर्ण करने पर बल दिया गया। व्याख्यानगृह, ग्रंथालय, सभागृह, विपश्यना केंद्र आदि में भी साफ-सफाई और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखने की बात उन्होंने कही। उन्होंने सुझाव दिया कि सचिव की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा स्मारक की देखरेख और मरम्मत से संबंधित उपायों पर निर्णय लिया जाए। निरीक्षण के अंत में उन्होंने संबंधित अभियंताओं और अधिकारियों के साथ चर्चा कर काम की वर्तमान स्थिति की जानकारी ली और आवश्यक सुधारों के निर्देश भी दिए।