
धुले। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को धुले में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि और जल संरक्षण के क्षेत्र में कार्य करने वाले वरिष्ठ समाजसेवी डॉ. प्रकाश आमटे को स्वर्गीय दाजीसाहेब रोहिदास पाटिल समाज सेवा पुरस्कार प्रदान किया। यह पुरस्कार उनके जीवन को आदिवासी समुदाय के उत्थान और उनके आत्मसम्मान को बढ़ाने में दिए गए योगदान के लिए है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा, “डॉ. प्रकाश आमटे ने आदिवासियों के जीवन में बड़े बदलाव लाए हैं। अपना जीवन जनसेवा को समर्पित करने वाले स्वर्गीय दाजीसाहेब रोहिदास पाटिल के नाम पर इस पुरस्कार का महत्व और भी बढ़ गया है।” उन्होंने धुले और खानदेश के विकास के लिए चल रही कई योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि सुलवाडे-जामफल परियोजना जैसे प्रयास क्षेत्र का स्वरूप बदल देंगे। इस अवसर पर मध्य प्रदेश के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, विपणन मंत्री जयकुमार रावल, ग्रामीण विकास मंत्री जयकुमार गोरे, सांसद स्मिता वाघ, डॉ. शोभा बच्छव, मंदाकिनी आमटे, लता पाटिल, पूर्व विधायक कुणाल पाटिल, विनय पाटिल समेत अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि बाबा आमटे ने कुष्ठ रोगियों और आदिवासी समुदाय के लिए महान कार्य किया। उन्होंने हेमलकसा में लोक बिरादरी परियोजना की शुरुआत की, जहाँ सड़क तक नहीं थी। इस कार्य में मंदाकिनी आमटे और डॉ. प्रकाश आमटे ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। आज उनकी तीसरी पीढ़ी इस परियोजना को आगे बढ़ा रही है। डॉ. प्रकाश आमटे ने पुरस्कार स्वीकार करते हुए कहा, “बाबा आमटे ने आदिवासी समाज में आत्मसम्मान का बीजारोपण किया। उनका काम देश-विदेश में प्रेरणा बन गया है। भामरागढ़ में बाबा से प्रेरणा लेकर हमने लोक बिरादरी परियोजना की नींव रखी। आज इस प्रयास में कई युवा इंजीनियरिंग और चिकित्सा के क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने धुले के औद्योगिक विकास, रेलवे परियोजनाओं, राष्ट्रीय राजमार्ग और अक्कलपाड़ा परियोजना पर विशेष जोर दिया। उन्होंने धुले और नंदुरबार में 15 से 20 हजार करोड़ रुपये के निवेश की संभावनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि राज्य सरकार उत्तर महाराष्ट्र के विकास के लिए मजबूती से काम कर रही है।
इस अवसर पर स्वर्गीय दाजीसाहेब रोहिदास पाटिल की स्मृति में एक स्मारिका का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम की शोभा विधायक गिरीश चंद्र पाटिल ने बढ़ाई।