
मुंबई। अंधेरी पश्चिम के लोखंडवाला बैक रोड इलाके में मैंग्रोव वन विनाश की गंभीर शिकायतों के बाद राज्य की पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्री पंकजा मुंडे ने शनिवार को घटनास्थल का दौरा कर स्थिति का प्रत्यक्ष निरीक्षण किया और अधिकारियों को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने अवैध रूप से की गई डंपिंग को तत्काल हटाने, दोषी ठेकेदारों पर आपराधिक मामला दर्ज करने और प्रभावित क्षेत्र में मूल मैंग्रोव वनस्पति को पुनः स्थापित करने का आदेश दिया। यह दौरा विधायक अनिल परब द्वारा विधान भवन में उठाए गए मुद्दे के संदर्भ में हुआ, जिसमें उन्होंने इलाके में तेज़ी से हो रहे पर्यावरणीय नुकसान की ओर ध्यान आकर्षित किया था। सत्र के ठीक अगले दिन पर्यावरण मंत्री मुंडे ने अपने वादे के अनुसार स्थल निरीक्षण किया। उनके साथ पर्यावरण विभाग की सचिव जयश्री भोज, एमपीसीबी के सदस्य सचिव अविनाश ढकने और संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि सीटीएस क्रमांक 161, पहाड़ी गोरेगांव क्षेत्र में अनुमति के बिना बफर जोन में बड़े पैमाने पर भराव किया गया है। यह क्षेत्र पहले गैर-विकास क्षेत्र (No Development Zone) में आता था, लेकिन अब यह विकास क्षेत्र में कैसे परिवर्तित हुआ। इस पर प्रश्न उठाते हुए मंत्री मुंडे ने संबंधित दस्तावेजों और निर्णयों की विस्तृत जांच का आदेश दिया। मंत्री ने स्पष्ट कहा कि नियमों का उल्लंघन कर मैंग्रोव कटाई और अतिक्रमण किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने संबंधित एजेंसियों को निर्देश दिया कि वे सभी ऐसे मामलों को संकलित कर त्वरित कार्रवाई करें और पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने के लिए कड़े कदम उठाएँ। इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए एजेंसियों को सक्रिय और सतर्क रहना होगा। पर्यावरण की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस कार्रवाई को राज्य सरकार के पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक निर्णायक कदम माना जा रहा है, जिससे मैंग्रोव जैसे संवेदनशील पारिस्थितिकी तंत्रों की रक्षा को प्राथमिकता मिल रही है।