
धुले। महाराष्ट्र में टीपू सुल्तान को लेकर शुरू हुआ विवाद बढ़ता ही जा रहा है। धुले शहर में शुक्रवार को टीपू सुल्तान के नाम पर बन रहा एक अवैध चबूतरा तोड़ दिया गया है। शहर के एक चौक पर चबूतरा बनाया जा रहा था, जिसको टीपू सुल्तान का नाम दिया गया था। इस चबूतरे को स्थानीय विधायक की मदद से बनाया गया था, लेकिन लगातार हिंदूवादी संगठन लगातार इस पर विरोध और आपत्ति जता रहा था। जिस कारण प्रशासन के दबाव के बाद ठेकेदार ने स्वयं स्मारक के निर्माण को तोड़ दिया है। वहीं स्मारक के तोड़े जाने के बाद शहर में कोई बवाल ना मचे इसको देखते हुए कलेक्टर जलज शर्मा और पुलिस अधीक्षक संजय बरकुंड ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। कलेक्टर ने बताया कि शहर में आइंसी फूटी रोड और वडजई रोड चौराहे पर बने स्मारक के निर्माण को ठेकेदार ने शुक्रवार सुबह खुद ही हटा दिया। उन्होंने यह भी कहा कि इस विवाद को सुलझाने में विधायक फारूक शाह ने पूरा सर्पोट किया है। भारतीय जनता पार्टी के साथ हिंदुत्व पार्टी के संगठनों ने स्मारक के निर्माण का विरोध किया था, क्योंकि नियमानुसार इस निर्माण के लिए अनुमति नहीं ली गई थी।
स्मारक नहीं हटाया गया तो करेंगे उग्र विरोध प्रदर्शन
भाजपा नगर सेवक सुनील बैसाने और प्रदीप पानीपाटिल ने धरना देते हुए चेतावनी दी थी कि स्मारक नहीं हटाया गया तो उग्र विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। जिससे धुले शहर और जिले का माहौल खराब हो गया। जिसके बाद मेयर प्रतिभा चौधरी ने स्मारक के निर्माण को हटाने का आदेश दिया था। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस और प्रशासनिक स्तर पर बैठकों का दौर शुरू हो गया है। इस बीच पुलिस अधीक्षक संजय बरकुंड ने बताया कि टीपू सुल्तान का स्मारक बनाने वाले ठेकेदार ने खुद इसे हटा दिया है।