मुंबई। मुंबई में हाल के दिनों में साइबर ठगों ने शहर के विभिन्न पेशेवरों को निशाना बनाया, जिससे लाखों रुपए का नुकसान हुआ। आईआईटी बॉम्बे के एक वरिष्ठ तकनीकी अधीक्षक, एक युवा डॉक्टर, और एक स्कूल शिक्षिका इन धोखाधड़ी घटनाओं का शिकार हुए। 41 वर्षीय गजेंद्र कुमार वर्मा, जो आईआईटी बॉम्बे में वरिष्ठ तकनीकी अधीक्षक के पद पर कार्यरत हैं, को एक कॉल पर ठगा गया। एक जालसाज ने खुद को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के क्रेडिट कार्ड विभाग से बताते हुए वर्मा को उनके नाम से कथित केनरा बैंक क्रेडिट कार्ड से अवैध लेन-देन की सूचना दी। बाद में वीडियो कॉल और धमकी भरे संदेशों के जरिए ठगों ने उनसे 4.09 लाख रुपए ठग लिए। एक अन्य घटना में 25 वर्षीय डॉक्टर से एक कॉल के माध्यम से ठगी की गई, जिसमें जालसाजों ने उन्हें एक पार्सल में ड्रग्स और नकद की जब्ती के बारे में डराया। कॉलर ने पुलिस अधिकारी बनकर वीडियो कॉल की और डॉक्टर को विभिन्न खातों में 6 लाख रुपए जमा करवाने के लिए मजबूर किया। बीएमसी स्कूल की शिक्षिका 55 वर्षीय नीलम अभिरे को बैंक केवाईसी अपडेट के नाम पर एक संदेश मिला। लिंक पर क्लिक करते ही वह साइबर धोखाधड़ी का शिकार बन गईं, और उनके खाते से 3,01,900 रुपए निकाल लिए गए।
साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता आवश्यक
इन मामलों से यह स्पष्ट है कि साइबर अपराधी नई-नई तकनीकों का उपयोग कर लोगों को फंसाने के लिए झूठे दावों और धमकियों का सहारा ले रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में अनजान स्रोतों से मिलने वाले कॉल, संदेश और लिंक पर ध्यान न दें और सतर्क रहें।