इंदापुर। महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री हर्षवर्धन पाटिल ने विधानसभा चुनाव से पहले महायुति को बड़ा झटका देते हुए भाजपा से इस्तीफा देकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरद पवार (एनसीपी-एसपी) का दामन थाम लिया है। इस मौके पर शरद पवार भी मौजूद रहे और उन्होंने घोषणा की कि हर्षवर्धन पाटिल इंदापुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। शरद पवार ने कहा कि उनका उद्देश्य महाराष्ट्र का चेहरा बदलना और जनता का जीवन सुधारना है। इसके लिए उन्हें ऐसे अनुभवी नेताओं की जरूरत है, जिन्हें विधानसभा में भेजने की जिम्मेदारी जनता की है। हर्षवर्धन पाटिल ने इस अवसर पर कहा कि उनके समर्थक चाहते हैं कि वह आगामी विधानसभा चुनाव में इंदापुर सीट से चुनाव लड़ें, जहां से वह पहले भी विधायक रह चुके हैं। उन्होंने यह भी कहा कि लोकतंत्र में किसी राजनीतिक दल से अधिक प्रतिनिधि की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। इंदापुर की जनता से अपील करते हुए शरद पवार ने कहा, आप हर्षवर्धन पाटिल को विधानसभा में भेजिए, मैं महाराष्ट्र के बदलाव के लिए लगातार काम कर रहा हूं। गौरतलब है कि हर्षवर्धन पाटिल इंदापुर से चार बार विधायक रह चुके हैं। इस बार भी वह इस सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। फिलहाल, इस सीट पर अजित पवार गुट के दत्तात्रेय भरणे विधायक हैं, जिन्हें आगामी चुनाव में फिर से टिकट दिए जाने की संभावना है। हर्षवर्धन पाटिल का राजनीतिक सफर लंबा और विविधतापूर्ण रहा है। वह 1995-99 के दौरान शिवसेना-भाजपा गठबंधन सरकार में कृषि और विपणन राज्य मंत्री रहे। 1995 का विधानसभा चुनाव उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीता था। इसके बाद, 1999 से 2014 तक कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन सरकार में मंत्री पद संभाल चुके हैं। 2009 में कांग्रेस में शामिल होने के बाद उन्हें सहकारिता और विधायी मामलों का मंत्री बनाया गया था। अब, पाटिल की एनसीपी-एसपी में वापसी से आगामी विधानसभा चुनावों में इंदापुर सीट पर बड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है, जहां उनका सामना दत्तात्रेय भरणे से हो सकता है।