
मुंबई। मुंबई महानगरपालिका सहित राज्य के अन्य निकाय चुनाव की संभावित घोषणा को देखते हुए विपक्षी दलों ने महायुति सरकार पर हमले तेज कर दिए हैं। पहले कांग्रेस ने वोट चोरी का मुद्दा उठाया, तो सोमवार को शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने भ्रष्टाचार और विवादित बयानों को लेकर राज्यव्यापी आंदोलन किया। आंदोलन का नेतृत्व करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार की आधी कैबिनेट को भ्रष्ट बताया। उन्होंने कहा कि मंत्री योगेश कदम, माणिकराव कोकाटे, संजय शिरसाट, प्रताप सरनाईक और संजय राठोड समेत कई मंत्रियों पर हाल के दिनों में भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। वहीं मंत्री नितेश राणे, विधायक संजय गायकवाड और गोपीचंद पडलकर अपने विवादित बयानों से सरकार की किरकिरी करा चुके हैं। उद्धव ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र भ्रष्टाचार में सबसे आगे और विकास में सबसे पीछे चला गया है, क्योंकि शासकों का प्रशासन जनोन्मुखी नहीं बल्कि धन-निग्रही है।उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि सरकार में कोई मंत्री डांस बार चला रहा है, कोई नोटों से भरा बैग लेकर बैठा है, और कुछ मंत्री विधानसभा भवन में ताश खेलते हैं। किसानों का कर्ज माफ करने के लिए पैसे नहीं हैं और किसानों की समस्याओं पर ध्यान देने का समय भी नहीं है। उद्धव ने कहा कि उम्मीद थी कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भाजपा की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए गलत व्यवहार करने वालों को तुरंत बाहर का रास्ता दिखाएंगे, लेकिन उन्होंने केवल चेतावनी देकर उन्हें छोड़ दिया। उद्धव ठाकरे ने फडणवीस पर सीधा हमला करते हुए कहा, “मुझे उन पर तरस आता है। बहुमत और दिल्ली का समर्थन होने के बावजूद वे भ्रष्ट लोगों को बाहर नहीं कर पा रहे हैं। देश की सबसे अमीर पार्टी बीजेपी के पास योग्य नेताओं की कमी है, जो भ्रष्ट मंत्रियों की जगह ले सकें।” उन्होंने सवाल उठाया कि सबूत होने के बावजूद भ्रष्टाचारियों को क्यों छोड़ा जा रहा है, जबकि अन्य मामलों में तुरंत कार्रवाई की जाती है।
नकली नोट, ताश और आगजनी से विरोध
यूबीटी द्वारा सोमवार को मुंबई, नासिक, पुणे, नागपुर और छत्रपति संभाजीनगर सहित पूरे राज्य में जन आक्रोश आंदोलन किया गया। पुणे में जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर शिवसैनिकों ने महायुति नेताओं की तस्वीरें आग में फेंकी। भ्रष्टाचार के प्रतीक के रूप में कार्यकर्ताओं ने नकली नोटों से भरा बैग प्रदर्शित किया और सड़क पर ताश खेला। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से भी सरकार पर निशाना साधा गया। यूबीटी भरत गोगावले और उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर सत्ता के लिए तंत्र-मंत्र का सहारा लेने का आरोप पहले भी लगा चुकी है। इसी तरह मानसून सत्र के दौरान माणिकराव कोकाटे का सदन में ताश खेलते हुए और संजय शिरसाट का नोटों से भरे बैग के साथ बैठे होने का वीडियो वायरल हुआ था, जिसे इस विरोध में प्रतीकात्मक तौर पर दोहराया गया।