Saturday, December 21, 2024
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महाराष्ट्र के प्याज किसानों के लिए अच्छी खबर, सीएम शिंदे ने कही यह बात…

Maharashtra : थोक बाजार में प्याज की गिरती कीमतों के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने प्याज उपजाने वाले किसानों (Onion Farmers) को मदद का भरोसा दिया है. सीएम एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने विधानसभा में कहा कि उनकी सरकार प्याज की खेती करने वाले किसानों के साथ है. उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो सरकार किसानों को वित्तीय मदद मुहैया कराएगी. निचले सदन में शिंदे ने कहा, ‘हम प्याज की खेती करने वाले किसानों के साथ मजबूती के साथ खड़े हैं. भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नेफेड) ने प्याज की खरीद शुरू कर दी है जिससे भाव बढ़ेगा.’ नेफेड केंद्र सरकार के तहत एक शीर्ष संगठन है.

एकनाथ शिंदे ने बजट सत्र के दूसरे दिन कहा कि उनके अनुरोध पर नेफेड ने प्याज की खरीद बढ़ा दी है और किसानों से 2.38 लाख टन प्याज पहले ही खरीदी जा चुकी है. उन्होंने कहा कि अगर किसी विशेष क्षेत्र में क्रय केंद्र नहीं है, तो वहां इसे किसानों के लिए खोला जाएगा. महाराष्ट्र में एशिया के सबसे बड़े प्याज बाजार ‘लासलगांव कृषि उत्पाद बाजार समिति’ में प्याज का भाव सोमवार को गिरकर प्रति किलोग्राम 2 से चार रुपये तक रह गया. इस वजह से नाराज किसानों ने प्याज बेचना बंद कर दिया.

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘प्याज के निर्यात पर कोई पाबंदी नहीं है. यदि जरूरी हुआ तो किसानों को कुछ वित्तीय सहायता भी मुहैया कराई जाएगी. इसके पहले विधानसभा में नासिक से आने वाले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता छगन भुजबल ने किसानों की पीड़ा का जिक्र किया और केंद्र सरकार की प्याज संबंधी नीति पर सवाल उठाया. भुजबल ने कहा, ‘राज्य के सबसे बड़े थोक बाजार में से एक हमारे निर्वाचन क्षेत्र में है. तुर्किये, पाकिस्तान, कजाकिस्तान, यूक्रेन, मोरक्को, उज्बेकिस्तान और बेलारूस में प्याज की बहुत अधिक मांग है. हमें प्याज का निर्यात करना चाहिए, जिससे किसानों को लाभ होगा.’

विपक्ष ने की चर्चा की मांग
महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे की प्याज की गिरती कीमतों पर चर्चा की मांग के बाद विधान परिषद की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई. स्थगन का अर्थ है कि परिषद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के उपाध्यक्ष को लिखे पत्र पर तुरंत कार्रवाई नहीं कर सकी. इस पत्र में मांग की गई है कि विप्लव गोपीकिशन बाजोरिया को उच्च सदन में शिवसेना का मुख्य सचेतक बनाया जाए.

वर्तमान में शिवसेना (उद्धव बालासाहब ठाकरे) के विधान पार्षद (एमएलसी) अनिल परब सदन में पार्टी के मुख्य सचेतक हैं. दानवे ठाकरे धड़े से हैं, जिन्होंने प्याज की बढ़ती कीमतों के मुद्दे पर ऊपरी सदन में चर्चा की मांग की, लेकिन उपाध्यक्ष नीलम गोरे ने इस पर चर्चा से इनकार कर दिया. इसके बाद सत्तारूढ़ एवं विपक्षी दलों के विधायकों में बहस हुई और उन्होंने एक दूसरे पर आरोप लगाए.

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