
मुंबई। कोंकण क्षेत्र के लोगों और पर्यटकों की यात्रा को और अधिक आरामदायक बनाने के लिए राज्य सरकार ने मुंबई से जयगढ़ (रत्नागिरी) और मुंबई से विजयदुर्ग (सिंधुदुर्ग) के लिए रो-रो सेवाएँ शुरू करने की घोषणा की है। मत्स्य पालन और बंदरगाह मंत्री नितेश राणे ने बताया कि यह सेवा आगामी 1 सितंबर से शुरू होगी। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा कोंकण सागर के रास्ते यात्रा को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से इस सेवा का शुभारंभ किया जा रहा है। मंत्रालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मंत्री राणे ने कहा कि इस नई परिवहन सेवा से न केवल कोंकण के निवासियों को बल्कि पर्यटकों को भी बड़ी राहत मिलेगी। इस सेवा को केंद्रीय जहाजरानी मंत्रालय और राज्य बंदरगाह विभाग से अंतिम मंजूरी मिल चुकी है और इसके लिए आवश्यक कुल 147 परमिट जारी किए गए हैं। मौसम में सुधार होते ही इसे औपचारिक रूप से शुरू किया जाएगा। भाऊचा ढाक से जयगढ़ तक की यात्रा में तीन घंटे और भाऊचा ढाक से विजयदुर्ग तक पाँच घंटे का समय लगेगा। यात्रियों की सुविधा के लिए जेटी और शहर तक पहुँचने हेतु बसों की व्यवस्था भी की गई है। ‘एम टू एम’ नामक यह रो-रो नाव दक्षिण एशिया की सबसे तेज़ नाव मानी जा रही है, जिसकी गति 25 नॉट है। इसमें इकोनॉमी क्लास में 552, प्रीमियम इकोनॉमी में 44, बिज़नेस क्लास में 48 और फर्स्ट क्लास में 12 यात्रियों के बैठने की क्षमता है। साथ ही, यह नाव 50 चार पहिया और 30 दो पहिया वाहनों को भी ले जाने में सक्षम है। किराया श्रेणी के अनुसार तय किया गया है। इकोनॉमी क्लास 2,500 रुपये, प्रीमियम इकोनॉमी 4,000 रुपये, बिज़नेस क्लास 7,500 रुपये और फर्स्ट क्लास 9,000 रुपये। वाहनों के लिए चार पहिया का किराया 6,000 रुपये, दो पहिया का 1,000 रुपये, साइकिल का 600 रुपये और मिनी बस का 13,000 रुपये रखा गया है। भविष्य में श्रीवर्धन और मांडवा सहित कई अन्य स्टॉप भी विकसित किए जाएंगे।