
मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सह्याद्री गेस्ट हाउस में आयोजित एक कार्यक्रम में महाराष्ट्र जिला सुशासन सूचकांक, 2024 रिपोर्ट का अनावरण किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सुशासन और जीवन की सुगमता (ईज ऑफ लिविंग) को राज्य की प्रगति के लिए प्राथमिकता बताया। उन्होंने कहा कि नागरिकों को सेवाएं समय पर और बिना देरी के मिलना सुशासन का प्रमुख आधार है, और इसी के माध्यम से महाराष्ट्र को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का मार्ग प्रशस्त किया जाएगा। कार्यक्रम में मुख्य सचिव सुजाता सौनिक, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव विकास खड़गे, योजना विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजगोपाल देवड़ा, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। केंद्र सरकार के प्रशासनिक सुधार और नागरिक शिकायत विभाग के सचिव यू.श्रीनिवास ने भी संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने सूचकांक की विशेषताओं को बताते हुए कहा कि यह 10 विकास क्षेत्रों में 161 मापदंडों पर आधारित है, जो राज्य में सुशासन की सीमा को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि राज्य में उच्चतम और न्यूनतम अंक प्राप्त करने वाले जिलों के बीच का अंतर बहुत कम है, जिससे सभी जिलों की प्रगति स्पष्ट होती है। उन्होंने जिला प्रशासन और पालक सचिवों को निर्देश दिया कि जिन जिलों में सुधार की आवश्यकता है, वहां विशेष ध्यान देकर सूचकांक में उनकी रैंकिंग बेहतर की जाए। मुख्यमंत्री ने “आपले सरकार” पोर्टल जैसे नागरिक-केंद्रित पहल का उल्लेख करते हुए कहा कि जन शिकायतों के त्वरित समाधान और जिला सुशासन सूचकांक जैसे कदम राज्य को सुशासन की दिशा में मजबूत बनाएंगे।




