
मुंबई। मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर काम करने वाले कर्मचारियों का एक गिरोह अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों से सोना लेकर हवाई अड्डे के बाहर तस्करी करने में संलिप्त पाया गया। इस गिरोह की गतिविधियों पर खुफिया जानकारी मिलने के बाद डीआरआई (डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस) ने सख्त निगरानी शुरू की और तस्करी के प्रयासों को नाकाम कर दिया। डीआरआई के अधिकारियों ने दो खेपों को उस समय रोका, जब तस्करी का सोना हवाई अड्डे के बाहर पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा था। इस दौरान हवाई अड्डे पर काम करने वाले तीन कर्मचारियों और तीन रिसीवरों को गिरफ्तार किया गया। जांच में सोने की धूल के 24 अंडाकार गोले, जो मोम के रूप में छिपाए गए थे, 8 थैलियों में पाए गए। इनका शुद्ध वजन 12.5 किलोग्राम और अनुमानित मूल्य 9.95 करोड़ रुपये है। बरामदगी और गिरफ्तारी के बाद तस्करी में शामिल सभी 6 व्यक्तियों को सीमा शुल्क अधिनियम, 1962 के तहत गिरफ्तार किया गया।
तस्करी गिरोह का भंडाफोड़
गिरफ्तार किए गए छह व्यक्तियों में हवाई अड्डे पर विभिन्न पदों पर कार्यरत तीन कर्मचारी भी शामिल हैं। यह कार्रवाई न केवल एक संगठित तस्करी गिरोह का पर्दाफाश करती है, बल्कि हवाई अड्डे की सुरक्षा और संचालन में अंदरूनी मिलीभगत की ओर भी इशारा करती है। पिछले दो दिनों में डीआरआई मुंबई ने लगभग 36 किलोग्राम तस्करी का सोना जब्त किया है। यह कार्रवाई सोने की तस्करी से जुड़े गिरोहों को एक बड़ा झटका देने के साथ-साथ सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम है।