
मुंबई। वर्षों से चली आ रही परंपरा को नए आयाम देते हुए महाराष्ट्र सरकार ने इस वर्ष गणेशोत्सव को पहली बार राजकीय उत्सव के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। सांस्कृतिक मामलों के मंत्री एडवोकेट आशीष शेलार ने बताया कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व अजीत पवार के सहयोग से यह ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। इसके लिए सरकार ने लगभग 11 करोड़ रुपये का बजट मंजूर किया है। राज्य भर में गणेशोत्सव मंडलों और घर-घर गणेश उत्सव प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा। चौराहों पर विशेष रोशनी, गिरगांव चौपाटी पर ड्रोन शो और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों से माहौल उत्सवमय बनाया जाएगा। पुणे, नासिक, नागपुर, मुंबई सहित सभी जिलों में सार्वजनिक स्थानों पर स्थानीय स्तर पर रोशनी की जाएगी। तालुका से लेकर राज्य स्तर तक पर्यावरण-अनुकूल और सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय गणेशोत्सव मंडलों को पुरस्कार दिए जाएंगे। भजन साहित्य के लिए भजन मंडलों को सीधे आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। इस वर्ष से एक डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म तैयार किया गया है, जिससे नागरिक घर बैठे भगवान गणेश के दर्शन कर सकेंगे। राज्य सरकार चाहती है कि गणेशोत्सव की भव्यता विदेशों तक पहुंचे। पी.एल. देशपांडे कला अकादमी और सांस्कृतिक कार्य निदेशालय इस महोत्सव की योजना और समन्वय करेंगे। आयोजन संबंधी प्रतियोगिताओं और कार्यक्रमों पर दो विस्तृत सरकारी निर्णय जारी किए गए हैं।




