
मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धनशोधन के मामले में महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री अनिल परब के सहयोगी और पूर्व सरकारी अधिकारी के खिलाफ यहां एक अदालत में दाखिल आरोप पत्र में कहा कि परब ने रत्नागिरि के दापोली में बेहिसाब धन का इस्तेमाल कर रिजॉर्ट बनवाया था। परब उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के वरिष्ठ नेता हैं। उन्होंने आरोपों से इनकार किया है। रिजॉर्ट के निर्माण से जुड़े एक मामले में परब के सहयोगी सदानंद कदम और पूर्व अनुविभागीय अधिकारी (एसडीओ) जयराम देशपांडे के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया गया है। दोनों फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं। ईडी ने परब से भी पूछताछ की थी, लेकिन आरोप पत्र में उन्हें आरोपी के तौर पर नामजद नहीं किया गया है। धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत मामलों की सुनवाई के विशेष न्यायाधीश एम. जी. देशपांडे ने मंगलवार को आरोप पत्र का संज्ञान लिया और आरोपी व्यक्तियों को समन जारी किया।




