
मुंबई। मार्सेलस इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स ने अपने पूर्व मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) के खिलाफ वित्तीय अनियमितताओं के आरोप में मुंबई पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई है। 25 सितंबर 2025 को दर्ज शिकायत में आरोप लगाया गया है कि पूर्व सीएफओ ने कंपनी से लगभग 1.18 करोड़ रुपये की हेराफेरी की। फर्म के संस्थापक और मुख्य निवेश अधिकारी (सीआईओ) सौरभ मुखर्जी ने इस मामले पर एक्स (पहले ट्विटर) पर वीडियो संदेश जारी कर निवेशकों को स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस घटना का ग्राहकों के फंड या निवेश पर कोई असर नहीं पड़ा है। मुखर्जी ने कहा- मार्सेलस ने हमारे पूर्व सीएफओ के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। हमें शक है कि उसने 1 करोड़ 18 लाख रुपये की हेरफेर की है। हम अधिकारियों से संपर्क में हैं और कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। मुखर्जी ने निवेशकों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि सभी ग्राहकों का पैसा पूरी तरह सुरक्षित है। उन्होंने बताया कि ग्राहकों का निवेश एक अलग बैंक खाते में सुरक्षित है, जो कस्टोडियन के पास रहता है। इस कारण ग्राहकों के पोर्टफोलियो और निवेश पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। उन्होंने आगे कहा कि इस घटना से कंपनी की कारोबारी गतिविधियों पर कोई असर नहीं पड़ा है। मार्सेलस में व्यवसाय पहले की तरह जारी है। आपके निवेश पूरी तरह सुरक्षित हैं और हमें भरोसा है कि अधिकारी पूर्व सीएफओ को न्याय के कटघरे में खड़ा करेंगे।
गौरतलब है कि मार्सेलस इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स लंबी अवधि के इक्विटी निवेश और पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवाओं पर ध्यान देने वाली एक प्रतिष्ठित फर्म है, जिसने पारदर्शिता और सख्त प्रक्रियाओं के चलते निवेशकों का भरोसा जीता है। उद्योग विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं में कंपनी द्वारा निवेशकों से सीधे संवाद करना और समय रहते आश्वस्त करना बेहद अहम होता है। मार्सेलस ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए निवेशकों की चिंता कम करने और विश्वास बनाए रखने की कोशिश की है। फिलहाल, यह मामला मुंबई पुलिस के पास है और जांच जारी है। आने वाले दिनों में इस पर और अपडेट मिलने की संभावना है। इस बीच, कंपनी बिना किसी बाधा के अपना कामकाज सामान्य रूप से जारी रखे हुए है।