
सोलापुर। सोलापुर जिले में भारी बारिश और बाढ़ से कृषि फसलों, पशुओं, घरों और व्यवसायों को व्यापक नुकसान हुआ है। बुधवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने माधा तालुका के निमगांव और दारफल सिना गांवों का दौरा कर बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया और ग्रामीणों से सीधे बातचीत की। इस दौरान उन्होंने नागरिकों को भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार हर प्रभावित व्यक्ति तक मदद पहुंचाएगी और किसी को भी संकट में अकेला नहीं छोड़ेगी। मुख्यमंत्री के साथ पालकमंत्री जयकुमार गोरे, सांसद धैर्यशील मोहिते-पाटिल, विधायक रणजीतसिंह मोहिते-पाटिल, विधायक अभिजीत पाटिल, विभागीय आयुक्त डॉ. चंद्रकांत पुलकुंडवार, पूर्व सांसद रणजीतसिंह निंबालकर, पूर्व विधायक राम सातपुते, जिला कलेक्टर कुमार आशीर्वाद, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कुलदीप जंगम और सोलापुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक अतुल कुलकर्णी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद थे। फडणवीस ने कहा कि बाढ़ से ग्रामीणों को गंभीर नुकसान झेलना पड़ा है। हाल ही में हुई कैबिनेट बैठक में आपातकालीन सहायता के तौर पर 2,000 करोड़ रुपये का कोष मंजूर किया गया है और आगे भी जरूरत के मुताबिक मदद दी जाएगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि कृषि, पशुपालन, घरों, अनाज और व्यापार से जुड़े नुकसान की भरपाई के लिए विशेष पैकेज तैयार किया जाएगा। साथ ही सड़क, स्कूल और बिजली जैसी सार्वजनिक सुविधाओं की बहाली के लिए भी हर संभव कदम उठाए जाएंगे। दारफल गांव का हालात का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नदी के मार्ग बदलने से गांव का बड़ा हिस्सा जलमग्न हो गया है और घरों में पानी भर गया, जिससे फसल, पशु और घरों को भारी नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि प्रभावित व्यापारियों और नागरिकों को भी अलग से सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। दौरे की शुरुआत नीमगांव से करते हुए फडणवीस ने नागरिकों की समस्याएं सुनीं और कहा कि सरकार ग्रामीणों को इस संकट से उबारने के लिए हर जरूरी कदम उठाएगी। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से धैर्य बनाए रखने की अपील करते हुए कहा, “सरकार इस मुश्किल घड़ी में आपके साथ खड़ी है और हर संभव मदद सुनिश्चित की जाएगी।