प्रयागराज। अतीक अहमद के करीबी तीन भूमाफियाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। पीडीए के जेई ने एयरपोर्ट थाने में छह दिसंबर को तहरीर दी जिसके बाद रिपोर्ट दर्ज कर ली गई। तीन बिल्डरों ने गौसपुर कटहुला इलाके में ९० बीघे जमीन पर अवैध प्लाटिंग की थी। पीडीए से न तो नक्शा पास कराया गया था, न ले आउट प्लान स्वीकृत कराया गया था। पीडीए ने पिछले १३ अक्टूबर को यहां पर अवैध प्लॉटिंग को ध्वस्त कर दिया था। माना जा रहा है कि अतीक गिरोह की सरपरस्ती में तीनों बिल्डरों ने बड़े पैमाने पर अवैध प्लाटिंग की। पीडीए के जेई अनिल कुमार ने एयरपोर्ट थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि मेट्रो इन्फ्रावेंचर और शिखर ग्रीन एग्रोटेक के निदेशक अतुल द्विवेदी निवासी लूकरगंज, मधुकर मिश्रा और अजीत विक्रम पांडेय ने गौसपुर कटुहला इलाके में करीब ९० बीघे जमीन पर अवैध प्लॉटिंग की है। इन लोगों ने न तो पीडीए से नक्शा पास कराया न ही ले आउट प्लान स्वीकृत कराया। सूचना मिलने पर पीडीए ने काम रुकवा दिया था। जांच के बाद १३ अक्टूबर को पीडीए ने ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की।
अनिल कुमार की तहरीर के मुताबिक तीनों बिल्डरों ने वहां प्लॉटिंग कर जमीनें बेच भी दी थीं। ध्वस्तीकरण कार्रवाई के दौरान कई खरीदार भी मौके पर थे, उन लोगों ने ही बताया था कि अतुल द्विवेदी के साथ मधुकर और अजीत विक्रम ने भी दर्जनों लोगों को जमीन बेचकर करोड़ों ठगे हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अतुल द्विवेदी, मधुकर मिश्रा और अजीत विक्रम पांडेय अतीक गिरोह के करीबी हैं। उन्होंने यह काम अतीक के जिंदा रहते शुरू किया था। पुलिस जांच कर रही है कि अतीक गिरोह से उनके किस हद तक संबंध थे। सुबूत मिलने के बाद उनके खिलाफ एक और एफआईआर दर्ज कराई जाएगा।
एक बिल्डर के कार्यालय में ईडी कर चुकी है छापेमारी
लूकरगंज के रहने वाले बिल्डर अतुल द्विवेदी के कार्यालय में ईडी छापेमारी कर चुकी है। अतीक के आर्थिक साम्राज्य को कुछ सफेदपोश अपने बिजनेस की आड़ में चला रहे हैं। इसी शक में ईडी ने शहर के तमाम बिल्डरों और बड़े ठेकेदारों के यहां छापेमारी की थी।