मुंबई। महादेव ऑनलाइन बुक बेटिंग एप मामले की जांच के दौरान ईड़ी ने कोलकाता, गुरुग्राम, दिल्ली, इंदौर, मुंबई और रायपुर में स्थित १७ ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया है। सूत्रों ने बताया की इस सर्च ऑपरेशन के दौरान १.८६ करोड़ रुपये कैश, १.७८ करोड़ रुपये के मूल्यवान वस्त्र आज बरामद किए गए हैं। इसके साथ ही ५८०.७८ करोड़ रुपये के प्रोसिड्स ऑफ क्राइम को फ्रीज़ किया गया है। इस सर्च ऑपरेशन में ईड़ी को बहुत से इंक्रिमिनेटिंग एविडेंट मिले हैं जिसमे डिजिटल डेटा बड़ी मात्रा में हैं और ईड़ी ने कई एसेस्ट्स की भी पहचान की है।
दुबई से किया जा रहा था ऑपरेट
बता दें कि छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर के आधार पर ईडी ने जांच शुरू की थी। इसके बाद विशाखापत्तनम पुलिस और अन्य राज्यों द्वारा दर्ज एफआईआर को भी रिकॉर्ड पर लिया गया था। ईडी की जांच में पता चला कि ‘महादेव ऑनलाइन बुक’ को दुबई से ऑपरेट किया जा रहा है और यह उनके परिचित साथियों को ‘पैनल/शाखाएं’ की फ़्रांचाइज देकर चलाते हैं, जिसमें उन्हें ७०-३० प्रतिशत लाभ अनुपात पर काम कराया जाता है। जांच में यह भी पता चला कि ‘महादेव ऑनलाइन बुक’ के प्रमोटर अन्य ऑनलाइन बेटिंग बुक जैसे ‘रेड्डी अन्ना’, ‘फेयरप्ले’ में भी प्रमोटर हैं। यही नहीं आरोपी बड़े पैमाने पर हवाला ऑपरेशन कर रहे हैं ताकि बेटिंग में मिले पैसों को ऑफ-शोर खातों में ले जाया जा सके। जांच के दौरान ईड़ी ने ‘महादेव ऑनलाइन बुक’ के प्रमोटरों के साथ शामिल अन्य महत्वपूर्ण प्लेयर को चिन्हित किया है। जांच के दौरान ईड़ी को पता चला कि कोलकाता का रहने वाला हरी शंकर तिब्रेवाल, जो वर्तमान में दुबई में रहता है एक बड़ा हवाला ऑपरेटर है और ‘महादेव ऑनलाइन बुक’ के प्रमोटर का पार्टनर है। ईड़ी ने उसके और उसके साथियों के ठिकानों पर सर्च किया और सर्च के दौरान पाया कि हरी शंकर तिब्रेवाल एक अवैध बेटिंग वेबसाइट ‘skyexchange’ऑपरेट करता है। वो अपने दुबई स्थित एंटिटीस के माध्यम से भारतीय स्टॉक मार्केट में बेटिंग से मिले पैसों को फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टमेंट (एफपीआई) रूट से निवेश कर रहा है।
करोड़ों की संपत्ति को किया गया फ्रीज़
जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी ने अपने साथियों को कई कंपनियों में डायरेक्टर के रूप में अपॉइंट किया है। जिनमें बेटिंग से कमाए पैसों को स्टॉक मार्केट में निवेश करने के लिए लेयर के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। सूत्रों ने यह भी बताया कि तिब्रेवाल बड़े पैमाने पर हवाला ऑपरेशन में भी शामिल था। इसी वजह से ईड़ी ने ५८०.७८ करोड़ रुपये की सिक्योरिटी होल्डिंग जो की तिब्रेवाल की एंटिटीस की थी उसे फ्रीज़ कर दिया। बता दें कि इससे पहले इस मामले में ईडी ने सर्च के दौरान ५७२.४१ करोड़ रुपये के आवासीय संपत्तियों को जब्त/जमा किया था। दो प्राविष्टिक संलग्नता आदेश जारी किए गए हैं, जिसमें १४२.८६ करोड़ रुपये की आवासीय और गैर-आवासीय संपत्तियों को संलग्न किया गया है। इस प्रकार, मामले में कुल १२९६.०५ करोड़ रुपये की संपत्ति ईडी ने फ्रीज़ की है।