लिखित शिकायत के बाद भी गुटखा माफिया पर मेहरबान सहायक आयुक्त रांजने व एफएसओ गायकवाड़
क्या एफडीए मंत्री आत्राम एफडीए में चल रहे मनमानी कार्यभार पर लगाम लगा पाएंगे?
मुंबई। महाराष्ट्र में गुटखा व सुगंधित तम्बाकू पर प्रतिबंध है लेकिन एफडीए के रिश्वतखोर व कामचोर अधिकारियों की वजह से मुम्बई शहर व उपनगर में गुटखे की विक्री जारी है। यहीं नहीं शिकायत के बाद भी गुटखा माफियाओं पर कार्रवाई नहीं कर सरकारी आदेश का मखौल उड़ाया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार जोगेश्वरी पश्चिम में वि रा देसाई कंट्री क्लब कुरेशी बिल्डिंग के नीचे व अग्रवाल इस्टेट चव्हाण बिल्डिंग स्थित गुटखे के गोदाम पर कार्रवाई के लिए सामाजिक कार्यकर्ता आजम ने दो बार मौखिक शिकायत की लेकिन कार्रवाई नहीं होने पर दिनांक १२ जुलाई २०२३ को लिखित में शिकायत की। लेकिन अन्न विभाग की सहायक आयुक्त अश्वनी रांजने व अन्न सुरक्षा अधिकारी(एफएसओ) जी एम गायकवाड़ ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की। जिससे यह प्रतीत होता है कि रांजने व गायकवाड़ दोनों कितने लापरवाह व कामचोर है। जो गुटखा माफियाओं को संरक्षण दे रहे है। वहीं आजम ने उक्त गुटखे के गोदाम की जानकारी सह आयुक्त विजिलेंस से भी की थी, उक्त मौके पर हमारे संवाददाता भी मौजूद थे। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने से आजम ने संवाददाता से सपर्क किया। जिसके बाद संवाददाता ने अन्न विभाग के मुख्यालय व प्रभारी मुंबई मंडल के सह आयुक्त शैलेश आढाव से बात की तो उन्होंने ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। लेकिन सवाल यह उठता हैं कि गुटखे की जानकारी मिलने के बाद भी कार्रवाई क्यों नहीं की गई? बताते चले कि सहायक आयुक्त रांजने सालो से मुम्बई मंडल में कार्यरत है। बदली के नाम पर सिर्फ इनका जोन बदलता है। वहीं सूत्रों का दावा है कि जब से एफडीए आयुक्त अभिमन्यु काले आये हैं तब से अधिकारी बेलगाम हो गए हैं और शिकायतों के बाद भी माफियाओं पर कार्रवाई नही करते। इसके पहले एफडीए आयुक्त परिमल सिंह थे तो अधिकारी काम भी करते थे और सपने में भी भ्रष्टाचार करने की सोचने की हिम्मत नही कर पाते थे। लेकिन अभिमन्यु काले के आने के बाद सब बदल गया है। क्या नए एफडीए मंत्री बने धर्मराव बाबा भगवंतराव आत्राम एफडीए में चल रहे मनमानी कार्यभार पर लगाम लगा पाएंगे?