
वी.बी.माणिक
मुंबई। भारतीय रेलवे ने 26 दिसंबर से 225 किलोमीटर से अधिक की दूरी पर यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए किराया बढ़ाने का फैसला किया है। इसके तहत द्वितीय श्रेणी में प्रति किलोमीटर 1 पैसा और एसी श्रेणी में प्रति किलोमीटर 2 पैसा किराया बढ़ाया जाएगा। रेलवे की यह घोषणा रविवार को की गई, जिससे यात्रियों की जेब पर एक नया बोझ पड़ने वाला है। यात्रियों का कहना है कि मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में सुविधाओं की भारी कमी है। सुरक्षा व्यवस्था कमजोर है और ट्रेनों में चोरी की घटनाओं में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। कई गाड़ियों में साफ-सफाई की स्थिति बेहद खराब है, वहीं अवैध हॉकरों द्वारा खुलेआम घटिया खाद्य सामग्री बेची जा रही है। यात्रियों का आरोप है कि इस अव्यवस्था में एसीएम से लेकर निचले स्तर तक के अधिकारी शामिल हैं, जो कार्रवाई के नाम पर यात्रियों को गुमराह करते हैं। रेलवे की शिकायत व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं। यात्रियों का कहना है कि 139 हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती। ऐसे में कंट्रोल और संबंधित विभागों की भूमिका पर गंभीर प्रश्न खड़े हो रहे हैं। यात्रियों का मत है कि रेलवे को पहले सुविधाओं और सुरक्षा व्यवस्था में सुधार करना चाहिए, उसके बाद ही किराया बढ़ाने पर विचार करना चाहिए। हालांकि, मासिक पास के किराए में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है, लेकिन लंबी दूरी के यात्रियों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ डालना उचित नहीं ठहराया जा रहा। अब बड़ा सवाल यह है कि क्या रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव यात्रियों की इन समस्याओं पर गंभीरता से विचार करेंगे, या फिर रेलवे केवल यात्रियों पर ही बोझ डालती रहेगी।




