मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) में एक बार फिर कोविड-19 (COVID-19) के मामले बढ़ने लगे हैं. कोरोना के साथ अब H3N2 वायरस (H3N2 influenza virus) भी लोगों के लिए एक बड़ा खतरा पैदा कर रहे हैं. चौंकाने वाली बात ये है कि महाराष्ट्र में एक फिर कोरोना के मामलों में तेजी देखी गई है. एक दिन में कोविड-19 के मामले दोगुने से ज्यादा हो गए हैं. इतना ही नहीं वायरस की चपेट में आने से दो लोगों की मौत भी हो गई है. राज्य में अब तक कोरोना से 1.48 लोगों की जान जा चुकी है. बता दें कि सोमवार को कोरोना के 61 केस मिले थे. वहीं मंगलवार को 155 नए केस सामने आए. महाराष्ट्र में बढ़ते H3N2 वायरस और COVID-19 मामलों के मद्देनजर राज्य भर के सभी अस्पतालों को अलर्ट पर रहने को कहा गया है.
मीडिया से चर्चा करते हुए राज्य के स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने कहा कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की मौजूदगी में स्वास्थ्य विभाग की एक अहम बैठक हुई थी. इसके बाद सभी अस्पतालों को अलर्ट पर रहने के लिए कहा गया था. उन्होंने कहा, ‘H3N2 वायरस राज्य में फैल रहा है, लेकिन चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. लोगों को भीड़-भाड़ वाली जगहों पर नहीं जाना चाहिए, मास्क पहनना चाहिए और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखनी चाहिए. राज्य में H3N2 और कोविड के मामले फिर से बढ़ रहे हैं.’
जानें वायरस से बचने किन बातों का रखना है ध्यान
- स्वास्थ्य मंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि अब तक राज्य में H3N2 संक्रमण से 2 लोगों की मौत हो चुकी है
- अहमदनगर में पहली मौत और नागपुर में दूसरी मौत लिस्ट की गई है
- स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दोनों मामलों में पीड़ित कोविड-19 और एच3एन2 सहित कई बीमारियों से पीड़ित थे. उनकी मृत्यु के सटीक कारण अगले 24 घंटों में उपलब्ध होंगे
- नागपुर में H3N2 के कारण तीसरी संदिग्ध मौत हुई है, लेकिन आधिकारिक पुष्टि का इंतजार है
- तानाजी सावंत ने कहा कि अब तक राज्य में H3N2 रोगियों के 352 मामले सामने आए हैं, जिनका अस्पतालों में इलाज चल रहा है
- स्वास्थ्य मंत्री सावंत ने कहा कि मौसम में बदलाव हो रहा है, जिसका असर स्वास्थ्य पर पड़ रहा है
- स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों को सलाह दी कि वे भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाना कम करें, मास्क का प्रयोग करें, हाथ धोएं और एक दूसरे से जरूरी दूरी बनाए रखें, बुखार होने पर डॉक्टर से सलाह लें
- H3N2 के लक्षणों में शरीर में दर्द के साथ लंबे समय तक बुखार रहना, खांसी, नाक बहना और अत्यधिक मामलों में सांस फूलना या घरघराहट भी शामिल है