
मुंबई। धारावी पुलिस ने एक नाटकीय और तकनीकी चतुराई से भरे ऑपरेशन में हत्या के प्रयास के एक आरोपी को इंस्टाग्राम-आधारित ‘हनीट्रैप’ रणनीति का इस्तेमाल करके गिरफ्तार कर लिया। आरोपी शुभम कोरी (19) धारावी क्षेत्र में एक युवक की गर्दन पर चाकू से हमला करने के बाद फरार हो गया था। घटना के बाद शुभम ने पुलिस को चकमा देने के लिए पारंपरिक सभी संचार माध्यमों- मोबाइल फोन, परिवार और मित्रों से संपर्क से दूरी बना ली थी। इससे पुलिस की चुनौती और बढ़ गई थी, क्योंकि उसके ठिकाने का कोई ठोस सुराग उपलब्ध नहीं था। मामले की गंभीरता को देखते हुए धारावी पुलिस ने एक विशेष जांच दल गठित किया था।
सोशल मीडिया बना सुराग
पुलिस जांच में यह सामने आया कि शुभम भले ही अपने पारंपरिक संपर्क तोड़ चुका था, लेकिन वह अब भी इंस्टाग्राम पर सक्रिय था। इसी डिजिटल गतिविधि को ध्यान में रखते हुए जांचकर्ताओं ने एक नई योजना बनाई। पुलिस ने एक महिला की पहचान के तहत एक फर्जी इंस्टाग्राम प्रोफाइल तैयार की और शुभम को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी। शुभम ने यह रिक्वेस्ट स्वीकार कर ली और बातचीत का सिलसिला शुरू हो गया। धीरे-धीरे यह बातचीत पुलिस की ओर से एक रणनीतिक जाल में बदल दी गई, जिससे शुभम के ठिकाने का अनुमान लगाया गया। तकनीकी और संवाद के आधार पर पता चला कि वह नासिक के सिडको कॉलोनी इलाके में छिपा हुआ था। एक पुलिस दल तुरंत नासिक रवाना हुआ और स्थानीय अम्बाड पुलिस की सहायता से शुभम को हिरासत में ले लिया गया। गिरफ्तारी के दौरान शुभम को दौरा पड़ा। बताया गया कि वह बचपन से मिर्गी की बीमारी से ग्रस्त है। उसे पहले नासिक के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया और बाद में मुंबई लाया गया, जहाँ रास्ते में भी उसे दो बार दौरे पड़े। स्थिति की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस को शुभम के भाई की मदद लेनी पड़ी। फिलहाल शुभम को मुंबई के लोकमान्य तिलक नगर सामान्य अस्पताल (सायन अस्पताल) में भर्ती कराया गया है और आगे की चिकित्सा देखरेख जारी है।