धर्मशाला:(Dharamsala) दुनिया के खूबसूरत क्रिकेट स्टेडियमों में से एक धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम को एक साथ आईसीसी वन-डे वल्र्ड कप-2023 के पांच मैचों की मेजबानी मिली है। इस साल अक्टूबर-नवम्बर में भारत में आयोजित होने वाले वन-डे वल्र्ड कप-2023 के शेड्यूल का ऐलान होने के साथ ही धर्मशाला को यह बड़ी मेजबानी मिली है। हालांकि टीम इंडिया धर्मशाला में एक ही मैच खेलेगी जो 22 अक्टूबर को न्यूजीलैंड के साथ होगा। बावजूद इसके धर्मशाला को विश्व कप के पांच मैच मिलना बड़ी उपलब्धि है।
आईसीसी द्वारा तय कार्यक्रम के मुताबिक धर्मशाला में विश्व कप के मैचों का यह सिलसिला सात अक्टूबर से शुरू होगा। सात अक्टूबर को बांगलादेश और अफगानिस्तान की टीमें धर्मशाला में आमने-सामने हाेंगी। यह मैच सुबह साढ़े 10 बजे से शुरू होगा। इसके बाद 10 अक्टूबर को बांगलादेश की टीम इंगलैंड के साथ अपना मैच खेलेगी। यह मैच डे-नाईट होगा जो दोपहर बाद दो बजे शुरू होगा। 17 अक्टूबर को दक्षिण अफ्रीका और क्वालीफायर एक टीम के बीच धर्मशाला में मुकाबला होगा। यह मैच भी दोपहर बाद दो बजे शुरू होगा। सबसे अहम मुकाबला 22 अक्टूबर को भारत और न्यूजीलैंड के बीच धर्मशाला में खेला जाएगा। यह मैच भी डे-नाईट होगा जो दोपहर बाद दो बजे शुरू होगा। वहीं धर्मशाला में खेले जाने वाले मुकाबलों मंे आखिरी मैच भी दो बड़ी टीमों आस्ट्रलिया और न्यूजीलैंड के बीच खेला जाएगा। यह मुकाबला सुबह साढ़े 10 बजे से शुरू होगा।
वहीं इस प्रतियोगिता का पहला मुकाबला पांच अक्टूबर को होगा जो इंग्लैड व न्यूजीलैंड की टीमों के बीच खेला जाएगा। वहीं टीम इंडिया अपना पहला मैच आठ अक्टूबर को चेन्नई में आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलगी। फाइनल मुकाबला नरेंद्र मोदी स्टेडियम में 19 नवंबर को खेला जाएगा। वनडे वल्र्ड कप के सभी मुकाबले भारत के 12 मैदानों पर खेले जाएंगे।
उधर धर्मशाला को वने-डे वल्र्ड कप के पांच मैचों की मेजबानी मिलने से हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन भी गदगद है। एचपीसीए के सचिव अवनीश परमार ने कहा कि धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम को इतने बड़े स्तर की प्रतियोगिता के पांच मैच मिलना पूरे प्रदेश के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि इसका सारा श्रेय एचपीसीए के पूर्व अध्यक्ष रहे अनुराग ठाकुर और अरूण धूमल को जाता है जिन्होंने इस क्रिकेट स्टेडियम को बनाने और यहां अंर्तराष्ट्रीय स्तर के मैच लाने के लिए हमेशा अपना योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि एचपीसीए के लिए यह एक बड़ी जिम्मेदारी मिली है जिसे बखूबी निभाने के लिए कड़ी मेहनत की जाएगी।