
ढाका: (Dhaka) बांग्लादेश में डेंगू के बढ़ते प्रकोप के बीच स्वास्थ्य मंत्री जाहिद मलिक ने शनिवार को राजधानी के मुग्दा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का दौरा किया। उन्होंने यहां दाखिल डेंगू के मरीजों और डॉक्टरों से बात कर मौजूदा स्थिति को जाना। इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री ने पत्रकारों से कहा, हाल के कुछ दिनों में डेंगू के 43 मरीज दम तोड़ चुके हैं। इस अस्पताल में करीब 5000 मरीज भर्ती हुए हैं। 4500 को छुट्टी दी जा चुकी है। बाकी का इलाज चल रहा है। प्रतिदिन 100 से अधिक डेंगू मरीज भर्ती हो रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्री मलिक ने कहा, इनमें से ज्यादातर मरीज कार्यस्थलों में संक्रमित हुए हैं। तमाम मरीजों की शिकायत है कि नगर निगम मच्छर मारने के लिए दवा का पर्याप्त छिड़काव नहीं कर रहा। इस कारण भी डेंगू रोगियों की संख्या बढ़ रही है। इस बीमारी से प्रभावित होने वालों में लगभग 63 फीसद पुरुष और 37 फीसदी महिलाएं हैं। उन्होंने कहा कि मुग्दा अस्पताल डेंगू से लड़ने के लिए पर्याप्त प्रयास कर रहा है। मगर संसाधनों के अपेक्षाकृत मरीजों की संख्या अधिक है। यहां फिलहाल 52 आईसीयू हैं। हर दिन 1,000 से अधिक डेंगू परीक्षण किए जा रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि फिलहाल देश के सभी अस्पतालों में 6,000 से ज्यादा डेंगू के मरीज हैं। इनमें से अकेले ढाका में करीब 3000 मरीज हैं। इस बीच बांग्लादेश के स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा है कि देश में डेंगू की स्थिति भयावह स्तर पर पहुंच गई है। इसे सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस साल जनवरी से अब तक डेंगू से 150 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग 30,000 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है।