मुंबई। वृद्ध मरीजों को एक ही स्थान पर सभी सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से मुंबई के सरकारी दंत महाविद्यालय के भूतल पर “जेरियाट्रिक डेंटल केयर यूनिट” का उद्घाटन किया गया। इस केंद्र का उद्घाटन चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान आयुक्त राजीव निवतकर ने किया। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय कृत्रिम दंत चिकित्सा दिवस के अवसर पर आयोजित किया गया था। इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान निदेशालय के निदेशक डॉ.अजय चंदनवाले, सह निदेशक (डेंटल) डॉ. विवेक पाखमोडे, कृत्रिम दंत चिकित्सा विभाग की प्रमुख डॉ.आरती गांगुर्डे, अधिष्ठाता डॉ. वसुंधरा भड-पाटिल और कई अन्य प्राध्यापक एवं विभाग प्रमुख उपस्थित थे। आयुक्त निवतकर ने कहा कि राष्ट्रीय कृत्रिम दंत चिकित्सा दिवस” मनाने का उद्देश्य मरीजों में जागरूकता बढ़ाना, छात्रों में रुचि उत्पन्न करना और मौखिक स्वास्थ्य में कृत्रिम दंत चिकित्सा के योगदान को रेखांकित करना है।
इस अवसर पर इंडियन प्रॉस्थोडॉन्टिक सोसाइटी की पहल से कई गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिनमें पारंपरिक रंगोली प्रतियोगिता, क्रॉसवर्ड पजल, क्रिएटिविटी और स्लोगन प्रतियोगिताएं शामिल थीं। इन कार्यक्रमों के माध्यम से कृत्रिम दंत चिकित्सा के महत्व को उजागर किया गया। कार्यक्रम में वरिष्ठ नागरिकों के लिए जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से कृत्रिम दंत चिकित्सा विभाग द्वारा विभिन्न उपचारों की जानकारी देने वाले पत्रकों का विमोचन किया गया। इन पत्रकों को उपस्थित वरिष्ठ नागरिकों में वितरित किया गया।