
मुंबई। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली क्षेत्र में भूस्खलन और बाढ़ से फंसे 171 पर्यटकों से संपर्क स्थापित हो गया है और वे सभी सुरक्षित स्थानों पर हैं। केवल एक पर्यटक, श्रीमती कृतिका जैन, से संपर्क के प्रयास जारी हैं। महाराष्ट्र के आपदा प्रबंधन एवं जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन स्वयं उत्तराखंड पहुँचे और फंसे हुए पर्यटकों से फोन पर बातचीत कर उन्हें आश्वस्त किया। उन्होंने केंद्रीय सड़क विकास राज्य मंत्री अजय टम्टा से मुलाकात कर सड़कों को शीघ्र बहाल करने और आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने पर चर्चा की। कुल 172 पर्यटकों में से 147 ने अपनी यात्रा पुनः शुरू कर दी है, जबकि 24 पर्यटक हर्षिल में सुरक्षित हैं और उन्हें आईटीबीपी कैंप मातली तक हवाई मार्ग से पहुँचाया जाएगा। गंगोत्री और हर्षिल हेलीपैड के बीच आईटीबीपी की 10 टीमें तैनात की गई हैं, जो प्रत्येक 30 तीर्थयात्रियों को सुरक्षा प्रदान करेंगी। धराली में सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय बचाव दल राहत कार्य में जुटे हैं। सड़क और संचार व्यवस्था बाधित है, जिसे बहाल करने के प्रयास जारी हैं। हवाई बचाव अभियान शुरू हो चुका है और शीघ्र ही सभी को सुरक्षित निकालने की उम्मीद है। राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र, महाराष्ट्र, उत्तराखंड प्रशासन और राष्ट्रीय आपातकालीन प्रतिक्रिया केंद्र के साथ निरंतर संपर्क में रहकर राहत एवं बचाव कार्यों का समन्वय कर रहा है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस इन कार्यों की सीधे निगरानी कर रहे हैं।