
मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमृत महोत्सव के अवसर पर, महाराष्ट्र सरकार ने ‘मुख्यमंत्री अल्पकालिक रोजगारपरक पाठ्यक्रम कार्यक्रम’ की शुरुआत करने का निर्णय लिया है, जिसके तहत प्रतिवर्ष 75,000 प्रशिक्षुओं को रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। 9 अक्टूबर 2025 से राज्य के 419 सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) और 141 सरकारी तकनीकी विद्यालयों में कुल 2,506 बैच शुरू होंगे, जिनका उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी ऑनलाइन करेंगे। कौशल, रोजगार, उद्यमिता एवं नवप्रवर्तन मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा के अनुसार, इस योजना का उद्देश्य युवाओं को कम समय में उद्योग की आवश्यकताओं के अनुसार कुशल जनशक्ति में बदलना है और महिलाओं व ग्रामीण युवाओं को बड़े पैमाने पर स्वरोजगार के अवसर प्रदान करना है। कार्यक्रम के अंतर्गत संस्थानों के समय के बाहर प्रशिक्षण संचालित होगा, जिसमें 25 प्रतिशत सीटें संस्थान के छात्रों के लिए और शेष बाहरी उम्मीदवारों के लिए आरक्षित होंगी। प्रशिक्षण शुल्क 1,000 रुपये से 5,000 रुपये प्रति माह रहेगा। इसमें एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग, एयरोस्पेस स्ट्रक्चर फिटर, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, इलेक्ट्रिक व्हीकल, सोलर एनर्जी, ड्रोन टेक्नोलॉजी, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर, साइबर सिक्योरिटी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ग्रीन हाइड्रोजन, मोबाइल रिपेयर टेक्नीशियन जैसे आधुनिक पाठ्यक्रम शामिल हैं। विशेष रूप से, महिलाओं के लिए 364 बैच, इलेक्ट्रिक वाहन व ग्रीन हाइड्रोजन जैसे क्षेत्रों में 408 बैच, वैदिक संस्कार जूनियर असिस्टेंट ट्रेड के दो बैच कुंभ मेले के लिए, ट्रैक्टर सर्विस मैकेनिक, घरेलू उपकरण, फैशन टेक्नोलॉजी, वधान पोर्ट ड्राइवर प्रशिक्षण जैसे विशेष पाठ्यक्रम शामिल किए गए हैं। इस योजना से महाराष्ट्र में कौशल आधारित स्वरोजगार को मजबूती मिलेगी और हजारों युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। पंजीकरण के लिए https://admission.dvet.gov.in।