नागपुर। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में कहा कि बीड और परभणी की हालिया घटनाओं को राज्य सरकार ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने बताया कि बीड जिले में हुई हत्या के मामले में न्यायिक जांच और एसआईटी द्वारा दोहरी जांच होगी, जबकि परभणी की घटना की भी न्यायिक जांच कराई जाएगी। मुख्यमंत्री ने इन घटनाओं पर कठोर कदम उठाने का आश्वासन दिया। मुख्य घोषणाओं के तहत, बीड और परभणी की घटनाओं में मृतकों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। बीड में हत्या के शिकार सरपंच संतोष देशमुख और परभणी में मृत सोमनाथ सूर्यवंशी के परिवारों को यह सहायता दी जाएगी। प्रशासनिक कार्रवाई के तहत बीड के पुलिस अधीक्षक का स्थानांतरण और परभणी के पुलिस अधिकारी अशोक घोरबांड का निलंबन किया गया है। अतिरिक्त पुलिस बल के दुरुपयोग की भी जांच होगी। कानूनी उपायों में बीड के दोषियों पर मकोका के तहत कार्रवाई की जाएगी और भू-माफिया व बालू माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री ने अपराध की जड़ें समाप्त करने के संकल्प को दोहराया। परभणी की घटना पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति द्वारा की गई थी, जिसका चिकित्सा प्रमाण भी उपलब्ध है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह हिंदू बनाम दलित का मामला नहीं है और भारतीय संविधान का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बीड जिले में अपराध पर नियंत्रण के लिए विशेष अभियान शुरू किया जाएगा। आवाडा ग्रीन एनर्जी कंपनी से जुड़े मुद्दों को हल किया जाएगा और वसूली व धमकी देने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी। कानून व्यवस्था की स्थिति पर नियमित समीक्षा की जाएगी। मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि पुलिस विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि मामले दर्ज करते समय तथ्यों की पूरी जांच की जाए और उचित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने दोनों जिलों में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।